हादसा : वाराणसी में ट्रक की रफ्तार ने ली पिता-पुत्र और पति की जान , एक साथ जलीं 10 चिताएं ; 30 रुपये बचाने के लिए ट्रैक्टर पर चढ़े

हादसा : वाराणसी में ट्रक की रफ्तार ने ली पिता-पुत्र और पति की जान , एक साथ जलीं 10 चिताएं ; 30 रुपये बचाने के लिए ट्रैक्टर पर चढ़े

वाराणसी-प्रयागराज हाईवे पर रात एक बजे ट्रक की टक्कर से 10 मजदूरों की मौत हो गई. जबकि 3 जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं. कुछ ने दुर्घटना में अपने पति, पिता या भाई को खो दिया। 

हादसा : वाराणसी में ट्रक की रफ्तार ने ली पिता-पुत्र और पति की जान ,  एक साथ जलीं 10 चिताएं ;  30 रुपये बचाने के लिए  ट्रैक्टर पर चढ़े

वाराणसी / पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट : वाराणसी-प्रयागराज हाईवे पर रात एक बजे ट्रक की टक्कर से 10 मजदूरों की मौत हो गई. जबकि 3 जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं. कुछ ने दुर्घटना में अपने पति, पिता या भाई को खो दिया। हादसे के बाद मिर्ज़ापुर के बैरनी घाट पर एक साथ 10 चिताएं जल गईं और हर तरफ चीख-पुकार गूंजने लगी.

वाराणसी से 25 किलोमीटर दूर रामसिंहपुर और बीरबलपुर गांव में एक साथ 10 शव पहुंचते ही चारों ओर हाहाकार मच गया. शवों को ले जाने के लिए हजारों की संख्या में लोग उमड़ पड़े. शव घर पहुंचते ही बहन, जीजा व भाई रोने लगे, मां बेहोश हो गयी. बुजुर्ग माता-पिता के घर का चिराग एक साथ बुझ गया।

ग्रामीणों और उनके परिजनों की आंखें भर आईं. क्या मरने वालों के मासूम बच्चे अब भी नहीं समझ पा रहे हैं कि उनके पिता के साथ क्या हुआ? वे पूछ रहे थे कि उन्हें सफेद कपड़े से क्यों बांध कर रखा गया है? ग्रामीणों का कहना था कि यदि प्रवेश शुल्क के 30 रुपये बचाने के लिए लोग ट्रैक्टर-ट्रॉली पर नहीं चढ़ते तो उनकी जान बच सकती थी।

सबसे पहले घटनाक्रम बताते हैं
शुक्रवार की आधी रात को राष्ट्रीय राजमार्ग पर मीरजापुर जिले के कछवां बाजार के कटका गांव में अनियंत्रित ट्रक ने मजदूरों से भरी ट्रैक्टर ट्राली में टक्कर मार दी। हाईवे पर टक्कर होते ही ट्रक ट्रैक्टर के ऊपर से गुजर गया। टक्कर से कुछ लोग गाड़ी से उछलकर सड़क पर गिर गए, जबकि कुछ लोग नाले में गिर गए।

हादसे में मिर्जामुराद के रामसिंहपुर और बीरबलपुर दलित बस्ती के 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि तीन मजदूरों का ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा है। हादसे के शिकार ग्रामीण छत ढलाई का काम करते थे और भदोही के तिउरी गांव में छत ढलाई का काम कर घर लौट रहे थे। बताया गया कि इस गांव में 70-80 फीसदी मजदूर हैं जो छत की ढलाई का काम करने के लिए हर जगह घूमते रहते हैं.

हादसे में इनकी जान चली गई
राम सिंहपुर मिर्जामुदार निवासी भानु प्रताप (25), विकास (20) और बीरबलपुर निवासी अनिल (35), सूरज कुमार (22), सनोहर (25), राकेश कुमार (25), प्रेम कुमार (40), राहुल कुमार (26) नितिन कुमार (22) की पहचान रोशन कुमार के रूप में की गई है। घायलों में आकाश (18), जमुनी (26), अजय सरोज (50) निवासी बीरबलपुर शामिल हैं।

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