महमदपुर (जमालपुर) गांव में मंगलवार को पं. दीनदयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मेले का आयोजन किया। मेले का उदघाटन मुख्य अतिथि जिलाधिकारी चंदौली द्वारा सम्मानित जमालपुर के युवा ग्राम प्रधान ज्ञानी जैल सिंह ने फीता काटकर और गौ पूजन करके किया।
आरोग्य मेले में 215 बड़े और 156 छोटे पशुओं का हुआ उपचार
Purvanchal NewPrint / वरिष्ठ संवाददाता राकेश यादव रौशन/मारूफपुर/चन्दौली। क्ष्रेत्र के महमदपुर (जमालपुर) गांव में मंगलवार को पं. दीनदयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मेले का आयोजन किया। मेले का उदघाटन मुख्य अतिथि जिलाधिकारी चंदौली द्वारा सम्मानित जमालपुर के युवा ग्राम प्रधान ज्ञानी जैल सिंह ने फीता काटकर और गौ पूजन करके किया।
इस अवसर पर ग्राम प्रधान ज्ञानी जैल सिंह ने कहा कि इंसानों के साथ ही अनबोलता पशुओं को भी बीमारियां होती हैं, किंतु वे इसे व्यक्त नहीं कर पाते। हम लोगों की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि हम लोग पशुओं की बीमारियों का समुचित इलाज कराकर उन्हें स्वस्थ्य रखें।
विशिष्ट अतिथि पशु चिकित्साधिकारी चहनियां डॉ. मुदस्सिर अली ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री जी की मंशा के अनुरूप पशुओं को स्वस्थ्य रखने के किए पशु आरोग्य मेला का आयोजन किया जा रहा है। उसी कड़ी में आज महमदपुर में यह मेला लगाया गया है। जिसमें 215 बड़े पशुओं का ईलाज किया गया और 215 छोटे पशुओं को कीड़े की दवा दी गई है।
विशिष्ट अतिथि पशुधन प्रसार अधिकारी सुभाष चन्द्र यादव ने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश हैं। यहां की 70 प्रतिशत आबादी की जीविका और रोजगार कृषि पर आधारित है। कृषि में भी पशुधन किसानों की आय का प्रमुख श्रोत हैं। हल जीतने, दूध देने, सामग्रियों का आवागमन करने, दवाई, कपड़े आदि अनेक कार्यों में पशु सहायक होते हैं। किंतु यदि ये बीमारी का शिकार हो जाएं तो इनकी कार्यक्षमता घट जाती है। अतः देश की उन्नति और किसानों की आर्थिक समृद्धि के लिए पशुओं का स्वस्थ्य रहना निहायत जरूरी है। कार्यक्रम का संचालन रामलखन यादव ने और धन्यवाद ज्ञापन किसान सुब्बा यादव ने किया।
इस अवसर पर अशोक यादव बीडीसी, सियाराम यादव, पंकज यादव, राजाराम यादव, रामअवध यादव, लल्लन प्रजापति, प्रेम यादव, रामदुलार सहित सैकड़ों ग्रामीण और पशु पालक मौजूद रहे।