यदि कुंडली में चंद्रमा कमजोर, नीचस्थ, या अशुभ स्थिति में हो, तो मानसिक अशांति, अस्थिरता, और भावनात्मक समस्याएं हो सकती हैं।
चंद्रमा ज्योतिष में मन, भावनाओं और मानसिक शांति का कारक ग्रह माना जाता है। ऐसे में चंद्रमा को मजबूत करने और शुभ फल पाने के लिए निम्न उपाय किए जा सकते हैं |
चंद्रमा को मजबूत करने के ये हैं उपाय:
1. चंद्र देव की पूजा करें:
- प्रतिदिन रात में चंद्रमा को अर्घ्य दें।
- दूध से भरे बर्तन में चावल डालकर चंद्रमा की ओर जल चढ़ाएं।
- चंद्रमा का बीज मंत्र "ॐ सों सोमाय नमः" का 108 बार जप करें।
2. सफेद वस्त्र और सफेद वस्तुएं दान करें:
- सोमवार के दिन गरीबों को सफेद वस्त्र, चावल, दूध, चीनी, या मोती का दान करें।
- इससे चंद्रमा शांत और शुभ फलदायक होता है।
3. मोती धारण करें:
- कुंडली में यदि चंद्रमा शुभ और मजबूत करना हो, तो चांदी में जड़ा हुआ मोती (मूनस्टोन) पहनें।
- इसे सोमवार को किसी शुभ मुहूर्त में अनामिका (छोटी उंगली) में धारण करें।
4. शिव पूजा करें:
- चंद्रमा भगवान शिव के सिर पर विराजमान हैं, इसलिए शिवलिंग पर कच्चा दूध और जल अर्पित करें।
- "ॐ नमः शिवाय" का नियमित जप करें।
5. मन और भावनाओं को नियंत्रित करें:
- चंद्रमा मन का स्वामी है, इसलिए ध्यान और योग का अभ्यास करें।
- सकारात्मक सोच और शांत मन बनाए रखने की कोशिश करें।
6. अनुकूल आहार और दिनचर्या अपनाएं:
- सोमवार को मांसाहार और नशे से बचें।
- दूध और चावल का सेवन करें।
7. कुंडली के अनुसार रत्न धारण करें:
- यदि चंद्रमा शुभ हो, तो मोती या चंद्रकांत मणि (मूनस्टोन) धारण करें।
- इसे चांदी या सफेद धातु में पहनें।
8. जल तत्व को संतुलित करें:
- पानी के स्रोत (तालाब, झील) के पास समय बिताएं।
- घर में पानी से संबंधित समस्याओं को तुरंत ठीक कराएं।
9. सोमवार का व्रत रखें:
- सोमवार को उपवास रखें और चंद्र देव के मंत्रों का जाप करें।
- सफेद वस्त्र धारण करें और सात्विक भोजन ग्रहण करें।
10. कुंडली के अनुसार चंद्र यंत्र स्थापित करें:
- घर में चंद्र यंत्र स्थापित कर इसकी नियमित पूजा करें।
- यह मानसिक शांति और समृद्धि लाता है।
क्या करें जब चंद्रमा अशुभ हो:
- माता का सम्मान करें और उनकी सेवा करें।
- परिवार के बुजुर्गों और महिलाओं के प्रति आदरभाव रखें।
- मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं।
- चांदी का छल्ला धारण करें।
चंद्रमा के शुभ प्रभाव:
- चंद्रमा शुभ होने पर व्यक्ति में मानसिक शांति, भावनात्मक स्थिरता, और सौम्यता रहती है।
- वह सौंदर्य, समृद्धि और अच्छे संबंधों का कारक बनता है।
नोट: उपाय करने से पहले कुंडली का विश्लेषण किसी विशेषज्ञ ज्योतिषी से करवाएं।