शेर अलीगढ़ धनुवां गांव में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब छोटे भाई और उसके परिजनों ने बड़े भाई, उसकी पत्नी और बच्चों की बेरहमी से पिटाई कर दी।
मरणासन्न हालत में पहुंचाया गया अस्पताल
पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट / गाजीपुर: जनपद के बहरियाबाद थाना क्षेत्र के शेर अलीगढ़ धनुवां गांव में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब छोटे भाई और उसके परिजनों ने बड़े भाई, उसकी पत्नी और बच्चों की बेरहमी से पिटाई कर दी। बड़े भाई को इतनी बुरी तरह पिटा गया कि उसे मरणासन्न हालत में सदर अस्पताल भेजा गया।
घायल शांति देवी (42) ने बताया कि उसके देवर रामजीत यादव ने डिवाइडर के बराबर में अपना पक्का मकान बना लिया था। उनकी दीवार के मेरी तरफ 2 इंच का गैप था, समझौता होने पर मैंने उसमें अपनी दीवार जोड़ दी और दीवार चारों तरफ से जुड़ गई।
इसके बाद देवर रामजीत यादव, भाभी किरन यादव और भतीजा व भतीजी राखी यादव, रोमा, रेशमा रोली मेरे पति व मेरे खून के प्यासे हो गए। उन्होंने मेरे पति सुरेमन यादव (45 वर्ष) पर बंदूक की मुठिया, रम्मा और ईंटों से हमला करना शुरू कर दिया और जब शांति देवी और मेरा बेटा अंकित यादव बीच-बचाव करने गए तो उन पर भी हमला कर घायल कर दिया गया।
मैं अपने पति की जान की भीख मांगती रही, लेकिन मेरे देवर और देवरानी ने मेरी एक न सुनी और लोहे की रॉड और पिस्तौल के हत्थे से मुझे बेरहमी से पीटा, जिससे मेरे सिर, सीने और गर्दन समेत दर्जनों जगहों पर गंभीर चोटें आईं।
पुलिस को तुरंत सूचित किया गया। बहरियाबाद थाना प्रभारी शैलेंद्र पांडेय ने कुछ लोगों को गिरफ्तार कर घायलों को तत्काल मिर्जापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां सुरमेन यादव की हालत गंभीर होने पर उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। इस संदर्भ में एसएचओ शैलेंद्र पांडेय ने बताया कि कुर्सी से करीब 5 इंच दूर एक सगे भाई ने अपने बड़े भाई को मारपीट कर घायल कर दिया।
इसी मुद्दे पर 15 दिन पहले भी विवाद हुआ था, जिसमें दोनों पक्षों पर शांति भंग करने का आरोप लगाया गया था। आज पांच पीड़ितों की शिकायत के आधार पर बीएनएस की कई धाराएं दर्ज की गईं। तथा अन्य उपाय भी किये जा रहे हैं।