विभूतिखंड थाने से लेकर आईजीपी चौराहे तक पांच घंटे तक प्रदर्शन चला, इंस्पेक्टर समेत 9 पुलिस अफसरों और 150 वकीलों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई।
🔹 इंस्पेक्टर योगेश सिंह सेंगर ने 12 नामजद समेत 150 वकीलों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई
🔹 अधिवक्ता सौरभ वर्मा के अनुसार शुक्रवार रात साथी शिवम पाल, शुभम यादव और अभिषेक सिंह को थाने में बैठाया, पीटा
लखनऊ / पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट : होली के दिन विभूतिखंड थाने में पुलिस और वकीलों के बीच हाथापाई हो गई। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर हमला करने का आरोप लगाया। थाने से बाहर निकाले जाने से नाराज वकीलों ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान चौराहे पर प्रदर्शन किया।
अधिवक्ता सौरभ वर्मा की शिकायत पर इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर समेत नौ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। वहीं, इंस्पेक्टर योगेश सिंह सेंगर ने 12 नामजद समेत 150 वकीलों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सुरक्षा कैमरे की फुटेज के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।
अधिवक्ता सौरभ वर्मा के अनुसार शुक्रवार रात साथी शिवम पाल, शुभम यादव और अभिषेक सिंह को थाने में बैठा लिया गया। उसे पीटा गया. वह थाने पहुंचा और जब उसने कारण पूछा तो वहां मौजूद अतिरिक्त निरीक्षक पंकज कुमार सिंह समेत अन्य पुलिसकर्मियों ने उसकी पिटाई शुरू कर दी। दावा किया जा रहा है कि उसका मोबाइल फोन, पर्स और अन्य कीमती सामान गायब हो गया है। इतना ही नहीं आरोप तो यहां तक है कि सेल में बंद वकीलों पर पेशाब भी डाला गया। उनसे रुपये देने को कहा गया। जैसे ही यह सूचना मिली, बार एसोसिशन के सदस्य घटनास्थल पर पहुंच गए और पुलिस स्टेशन के अंदर नारे लगाने लगे।
बताया जाता है कि इसके बाद पुलिस सख्त हो गई और कुछ देर बाद वे वहां से निकलकर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान चौराहे पर पहुंच गए। उन्होंने सड़क जाम कर दी और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। मामला बिगड़ने पर उच्चाधिकारियों के निर्देश पर अधिवक्ता सौरभ की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई।
उधर, इंस्पेक्टर योगेश सिंह सेंगर के मुताबिक मुकदमा दर्ज करने के आश्वासन के बावजूद वकीलों ने सड़क जाम कर दी, जिससे राहगीरों को परेशानी हुई। इंस्पेक्टर योगेश सिंह की तहरीर पर 12 नामजद समेत 150 वकीलों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। डीसीपी ईस्ट शशांक सिंह के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज का डिजिटलीकरण किया जा रहा है। जो भी दोषी पाया जाएगा उसे दंडित किया जाएगा।
पुलिस इंस्पेक्टर पर मारपीट का आरोप
आरोप है कि वकीलों ने एसआई प्रमोद के साथ गाली-गलौज की, उनके साथ मारपीट की और उन पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए उनकी वर्दी छीन ली। जब पुलिस बीच-बचाव करने पहुंची तो झगड़ा शुरू हो गया। उधर, घटना की जानकारी मिलने पर सैकड़ों वकील थाने पहुंच गए। उन्होंने पुलिस के खिलाफ नारे लगाए और कार्रवाई की मांग की। थाने से लेकर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान चौराहे तक करीब पांच घंटे तक अफरातफरी मची रही। पुलिस ने इलाके में बैरिकेडिंग कर दी और यातायात का मार्ग बदल दिया।
9 पुलिस अधिकारी और 12 वकील पर नामजद मुकदमा
दोनों पक्षों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने शिकायत दर्ज की। अधिवक्ता सौरभ वर्मा की तहरीर के आधार पर अपर निरीक्षक पंकज कुमार सिंह, दरोगा जैदी, इरफान, योगेश सिंह सेंगर, शुभम त्यागी, अनुज कुमार, सुहैल खान, संदीप कुमार मौर्य और सिपाही अमित यादव के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। इंस्पेक्टर योगेश की तहरीर पर अधिवक्ता शिवम पाल, शिवपूजन यादव, सुलखान यादव, शुभम यादव, अभिषेक सिंह, राहुल पांडेय, सौरभ कुमार वर्मा, अंकित द्विवेदी, अरविंद यादव, आकाश व दिवाकर तिवारी समेत 150 वकीलों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।