बरहनी बीआरसी पर समेकित शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों की समावेशी शिक्षा के लिए चल रहा पांच दिवसीय प्रशिक्षण शुक्रवार को संपन्न हुआ।
पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट / धीना, चंदौली ब्यूरो चीफ दिवाकर राय । बरहनी बीआरसी पर समेकित शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों की समावेशी शिक्षा के लिए चल रहा पांच दिवसीय प्रशिक्षण शुक्रवार को संपन्न हुआ।प्रशिक्षण में दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए विस्तार पूर्वक चर्चा किया गया।ताकि दिव्यांग बच्चों को शिक्षा का हथियार देकर उनको मजबूत किया जा सके।
विकास खंड बरहनी के ब्लॉक संसाधन केंद्र पर बीईओ अजीत पाल के नेतृत्व में बीते 3 मार्च से पांच दिवसीय समेकित शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों की समावेशी शिक्षा के लिए नोडल शिक्षकों का प्रशिक्षण चल रहा था।प्रशिक्षण के तहत दिव्यांग बच्चों की प्राथमिक शिक्षा में उन्नयन हेतु दिशा निर्देश प्रदान किया गया।
बीईओ अजीत पाल ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा की क्षेत्र में दिव्यांग बच्चों की शिक्षा का महत्व काफी है।क्योंकि यही उनके जीवन की प्रारंभिक नीव है।प्राथमिक शिक्षा मजबूत होने से किसी भी बच्चों को आगे बढ़ने में काफी सहूलियत होती है।शिक्षकों को पूरी ईमानदारी से प्राथमिक शिक्षा के स्तर को मजबूत करने का काम करना चाहिए।इसके लिए विद्यालय में शैक्षिक माहौल बनाना बेहद जरूरी है।
संदर्भदाता योगेंद्र सिंह एवं ओमप्रकाश ने संयुक्त रूप से महत्वपूर्ण सूचनाओं का विद्यालय में अनुसरण करने का अनुरोध किया।उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चों के लिए प्रत्येक शिक्षक की भूमिका का है।दिव्यांग बच्चों को शिक्षा देने के लिए शिक्षकों को अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।
प्राथमिक विद्यालय रामपुर के प्रधानाध्यापक आदर्श शिक्षक बलराम पाठक ने प्रशिक्षण में प्राप्त समस्त सूचनाओं का संकलन करते हुए कहा कि दिव्यांग बच्चों को समाज की मुख्य धारा में लाने में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका है।जिसके लिए प्रत्येक शिक्षक को सदैव तत्पर रहना चाहिए।
इस अवसर पर डॉ0 संजय सिंह ,मनोज सिंह, राम नगीना यादव, राजेश राय, जितेंद्र प्रजापति, सुनील कुमार, बाबूलाल यादव, नरेंद्र प्रताप सिंह ,आशीष दुबे, अमित सिंह, अमित कुमार, जयप्रकाश आदि लोग रहे।