मुजफ्फरनगर को राज्य सरकार के बजट में गंगा एक्सप्रेसवे विस्तार की सौगात मिली है।मेरठ से प्रयागराज तक किया जा रहा है और इसे हरिद्वार तक बढ़ाया जाएगा।
लखनऊ / मुजफ्फरनगर / पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट : सीएम योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की है कि इसे शुकतीर्थ और विदुर कुटी से जोड़ा जाएगा, जिससे आर्थिक विकास और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। अनुसंधान कार्य जारी है और इसके लिए 50 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। इससे उद्योग, वाणिज्य और परिवहन को भी लाभ होगा।
गंगा एक्सप्रेसवे को राज्य सरकार के बजट में मुजफ्फरनगर जिले के लिए सबसे बड़ी सौगात के रूप में देखा जा रहा है। इसका निर्माण फिलहाल मेरठ से प्रयागराज तक किया जा रहा है। इसे हरिद्वार तक विस्तारित किया जाएगा। जिस तरह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में स्पष्ट किया कि गंगा एक्सप्रेस-वे को मुजफ्फरनगर के शुकतीर्थ और बिजनौर के विदुर कुटी से जोड़ा जाएगा।
यह निश्चित है कि एक्सप्रेस-वे मीरापुर, रामराज, भोपा और मोरना क्षेत्रों में आर्थिक विकास को पंख देगा। इसके अलावा, धार्मिक पर्यटन को भी गति मिलेगी। यह परियोजना जिले के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी।
वर्तमान में Ganga Expressway के विस्तार हेतु अनुसंधान कार्य चल रहा है। सरकार ने बजट में इसके लिए 50 करोड़ रुपये भी आवंटित किए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि एक्सप्रेस-वे गंगा के किनारे बनाया जाएगा। संरेखण क्या होगा, यह शोध पूरा होने के बाद ही तय किया जाएगा।
आपको बता दें कि सदर से भाजपा विधायक और कौशल विकास राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने प्रयागराज महाकुंभ में आयोजित कैबिनेट बैठक में एक्सप्रेस-वे के विस्तार की मांग की थी। इसलिए बजट सत्र में सीएम ने इसके लिए हरी झंडी दे दी।
उधर, बुधवार को भाजपा एमएलसी मोहित बेनीवाल ने लखनऊ में मुख्यमंत्री से मुलाकात की और शुकतीर्थ व विदुर कुटी को जोड़ने वाले एक्सप्रेस-वे को मंजूरी देने के लिए उनका आभार जताया। मुजफ्फरनगर जिले का नाम बदलकर लक्ष्मीनगर करने की भी मांग की गई।
हरिद्वार से गंगा नदी के माध्यम से शुकतीर्थ और फिर बिजनौर जिले में विदुर कुटी तक पहुंचने का मानचित्र।
एक तरफ शुकतीर्थ, दूसरी तरफ विदुर कुटी
गंगा नदी के दाहिनी ओर मुजफ्फरनगर जिले में शुकतीर्थ है, जबकि बायीं ओर बिजनौर जिले में दारागंज नगर के पास विदुर कुटी है। शुकतीर्थ से विदुर कुटी की दूरी वर्तमान में करीब 45 किलोमीटर है। सरकार इन दोनों तीर्थ स्थलों को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने की योजना बना रही है।
हाल ही में जब बजट सत्र में गंगा एक्सप्रेस-वे के विस्तार को मंजूरी दी गई और इसे मुजफ्फरनगर से गुजारने का निर्णय लिया गया तो बिजनौर के लोगों ने इसका विरोध भी किया। बिजनौर से रालोद सांसद चंदन सिंह चौहान ने भी कहा कि एक्सप्रेस-वे बिजनौर जिले में गंगा के किनारे बनाया जाना चाहिए।
संभावित संरेखण
गंगा एक्सप्रेसवे को मेरठ से हरिद्वार तक विस्तारित करने के दो विकल्प हैं। पहला यह कि इसे हरिद्वार से गंगा किनारे, लक्सर से होते हुए मुजफ्फरनगर जिले में प्रवेश करते हुए शुकतीर्थ के पास से होते हुए रामराज क्षेत्र में बनाया जाए। यहां से गंगा पार कर बिजनौर जिले में विदुर कुटी है और फिर इसे आगे बढ़ाकर संभल जिले में एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाना है।
शुकतीर्थ का विकास सीएम की प्राथमिकताओं में शामिल
पांच हजार साल का पौराणिक इतिहास समेटे भागवत की पावन भूमि शुकतीर्थ का विकास सीएम की प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने पिछले वर्ष शुकतीर्थ विकास परिषद का गठन किया तथा सोलानी नदी और बाण गंगा के सहयोग से पवित्र गंगा की निर्मल एवं अविरल धारा को शुकतीर्थ तक लाया गया। हजारों लोग शुकतीर्थ आते हैं और अक्षय वट मंदिर और शुकदेव महाराज के दर्शन का अवसर प्राप्त करते हैं। इस तीर्थयात्रा का पूरे विश्व में महत्व है। गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़ने के बाद धार्मिक पर्यटन में और वृद्धि होगी।
आर्थिक रूप से होगा लाभ
इससे आर्थिक लाभ होगा।कागज और लोहा उद्योग के बाद जिले में सबसे बड़ा उद्योग गन्ना उत्पादों का है। जिले में आठ चीनी मिलें और सैकड़ों कोल्हू और चक्की हैं। मुजफ्फरनगर ब्राउन शुगर को एक जिला एक उत्पाद में शामिल किया गया है। यहां से अन्य जिलों व राज्यों में गुड़ की आपूर्ति करने के लिए मुजफ्फरनगर से मेरठ या दिल्ली होकर जाना पड़ता है। यदि एक्सप्रेसवे जिले को जोड़ता है तो इससे ब्राउन शुगर और अन्य उद्योगों में निर्मित अन्य उत्पादों को अन्य स्थानों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।
आंकड़ों में समझेंशुकतीर्थ से मेरठ की दूरी 80 किमी है।शुकतीर्थ से हरिद्वार की दूरी 45 किलोमीटर है।शुकतीर्थ से विदुर कुटी बिजनौर तक 6 लेन का गंगा एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा।
मेरठ से प्रयागराज तक बने गंगा एक्सप्रेसवे को हरिद्वार तक बढ़ाया जाएगा। अनुसंधान जारी है। सीएम ने कहा कि गंगा एक्सप्रेसवे को मुजफ्फरनगर में शुकतीर्थ और बिजनौर में विदुर कुटी से जोड़ा जाएगा। एक्सप्रेसवे का विस्तार मुजफ्फरनगर जिले के लिए एक मील का पत्थर होगा। - कपिल देव अग्रवाल, कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार )
नई सड़क का निर्माण 123 करोड़ की लागत से होगा। गंगा एक्सप्रेसवे को मुजफ्फरनगर जिले से होकर बढ़ाया जाएगा। खासकर शुकतीर्थ से जुड़े होने के कारण इससे न सिर्फ धार्मिक पर्यटन बढ़ेगा बल्कि मोरना, जानसठ और रामराज समेत पूरे जिले के लोग लाभान्वित होंगे। यह राज्य सरकार की दूरदर्शी सोच और सभी क्षेत्रों को विकास प्रदान करने का उसका विजन है। - डॉ। वीरपाल निरवाल, अध्यक्ष, जिला पंचायत