मेरठ / पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट : गाजियाबाद पुलिस में तैनात सिपाही इमरान के गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। सिपाही इमरान और उसके साथियों पर लोगों को नकली नोटों की गड्डियां दिखाकर निवेश के नाम पर ठगी करने और ठगी करने का आरोप है। पुलिस ने इमरान समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से नकली नोटों की गड्डियां और हथियार बरामद किए हैं।
उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। गाजियाबाद पुलिस में तैनात सिपाही इमरान के गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। यह मामला तब सामने आया जब मेरठ की स्वाट टीम और मवाना पुलिस ने मिलकर नकली नोटों की गड्डियां बनाकर लोगों को ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह रही कि इस गिरोह का सरगना कोई और नहीं बल्कि पुलिस महकमे का ही एक दरोगा है।
गिरफ्तार दरोगा इमरान गाजियाबाद के भोजपुर थाने में तैनात है। आरोप है कि वह करीब 8 से 10 बदमाशों के साथ मिलकर निवेश के नाम पर लोगों को नकली नोटों की गड्डियां दिखाकर ठगी करता था।
इस गिरोह ने नकली नोटों के लालच में कई लोगों को फंसाया और लाखों रुपये ऐंठ लिए। पुलिस के मुताबिक इमरान और उसके साथियों द्वारा ठगी का तरीका बेहद शातिर था। पहले वे लोगों को असली दिखने वाले नकली नोटों के बंडल दिखाते और फिर उन्हें मोटा मुनाफा देने का लालच देकर ठग लेते। जब तक पीड़ित को सच्चाई पता चलती, तब तक गिरोह फरार हो चुका होता।
नकली नोटों के साथ कई सामान बरामद
इस कार्रवाई में पुलिस ने इमरान समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से भारी मात्रा में नकली नोटों के बंडल, हथियार और कई वाहन बरामद किए गए। पुलिस अब गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश कर रही है।
स्वाट टीम और मवाना पुलिस की यह कार्रवाई बेहद सराहनीय रही, क्योंकि इससे पुलिस के वेश में बदमाश का भंडाफोड़ हुआ। फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जा रही है और जल्द ही इस गिरोह से जुड़ी अन्य परतें भी खुलने की उम्मीद है।