CM योगी ने लोकतंत्र सेनानियों और उनके परिजनों को कैशलेस इलाज देने की ऐतिहासिक घोषणा की। घोषणा आपातकाल के 50 साल पूरे होने के अवसर पर की गई।
लखनऊ / पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को राज्य में आपातकाल के दौरान लोकतंत्र के लिए लड़ने वालों और उनके परिजनों को कैशलेस इलाज देने की घोषणा की।
उन्होंने आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान यह घोषणा की। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों के साथ-साथ उनके परिजनों को भी कैशलेस इलाज मिलेगा। हम इस सुविधा को पूरे प्रदेश में लागू करेंगे ताकि उन्हें इसका लाभ मिल सके। उन्होंने लोकतंत्र सेनानियों से अपील की कि वे अपने-अपने जिलों में जाएं और सत्ता के लालच में संविधान और लोकतंत्र को नष्ट करने वाले लोगों और दलों को बेनकाब करें।
सीएम योगी ने इस अवसर पर कहा कि आपातकाल के दौरान संविधान की प्रस्तावना में संशोधन कर उसमें धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी शब्द जोड़ना भारत की आत्मा पर प्रहार था। मुख्यमंत्री बुधवार को आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर लोकभवन में आयोजित ‘भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय’ विषयक संगोष्ठी ‘संविधान हत्या दिवस’ को संबोधित कर रहे थे।
संगोष्ठी में उन्होंने कहा कि कांग्रेस को आपातकाल के लिए दलितों, वंचितों और सभी देशवासियों से माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस ने दलितों और वंचितों की आवाज को दबाया है, जिन्हें बाबा साहब अंबेडकर ने अपने लेखन के माध्यम से सशक्त बनाया था। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी हो या राष्ट्रीय जनता दल (राजद), दोनों ही पार्टियों ने ‘संविधान हत्या दिवस’ पर कोई बयान जारी नहीं किया और न ही सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट किया।
योगी ने दावा किया कि दोनों ही पार्टियों के वरिष्ठ नेता कांग्रेस के संविधान का गला घोंटने के कृत्य के खिलाफ थे और कांग्रेस की तानाशाही कार्रवाइयों के खिलाफ बोल रहे थे, लेकिन आज वही लोग अपने स्वार्थ के लिए कांग्रेस के सामने नाक रगड़ते नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये लोग लोकतंत्र और संविधान की दुहाई दे रहे हैं, लेकिन संविधान का गला घोंटने वालों और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का अपमान करने वालों को भी अपने गले का हार बना रहे हैं। योगी ने दावा किया कि इन दलों का यह दोहरा चरित्र लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और राजद जैसी परिवारवादी पार्टियों को संविधान की दुहाई देने का कोई अधिकार नहीं है। योगी ने आरोप लगाया कि इन दलों को जब भी मौका मिला, इन्होंने लोकतंत्र का गला घोंटने का काम किया। उन्होंने कहा कि आज मौका है उन लोगों के चेहरों को बेनकाब करने का, जिन्होंने लोकतंत्र के नाम पर अपने स्वार्थ के लिए भारत के मूल्यों और आदर्शों की बलि चढ़ाने का कुत्सित प्रयास किया। योगी ने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी, राजद और उनके सहयोगी दल भी इसी राह पर चल रहे हैं।