उच्च न्यायालय, इलाहाबद एवं उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशनुसार अन्तराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सदर तहसील सभागार में योग शिविर का आयोजन किया गया |
माननीय जनपद न्यायाधीश रविन्द्र सिंह ने योग दिवस के महत्व के बारे में दी जानकारी, कहा - योग मन, शरीर और आत्मा की एकता को सक्षम बनाता है
पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट /ब्यूरो चीफ दिवाकर राय चंदौली |
माननीय उच्च न्यायालय, इलाहाबद एवं उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशनुसार दिनांक 21.06.2025 को अन्तराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सदर तहसील सभागार में योग शिविर का आयोजन किया गया, उक्त शिविर का शुभारंभ प्रातः 06.00 बजे किया गया। उक्त अवसर पर माननीय जनपद न्यायाधीश रविन्द्र सिंह ने योग दिवस के महत्व के बारे में बताते हुए बताया कि योग मन, शरीर और आत्मा की एकता को सक्षम बनाता है। योग सही तरह से जीने का विज्ञान है और इसलिए इसे दैनिक जीवन में शामिल किया जाना चाहिए ।
योग को अवश्य अपनायें और अपनी मानसिक, भौतिक एवं आध्यात्मिक सेहत में सुधार लावें। योग शरीर को स्वस्थ रखने की प्राचीन कला है, योग के विभिन्न रूपों से हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को अलग-अलग तरीकों से लाभ मिलता है, हर साल की तरह इस बार भी 21 जून को दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। माननीय महोदय ने शिविर को संबोधित करते हुए बताया कि निरोगी एवं स्वस्थ जीवन यापन हेतु नियमित रूप से योग करना अत्यंत आवश्यक है।
उक्त शिविर में योग प्रशिक्षक संदीप चौबे ने विभिन्न प्राणायामों व योगासनों को करने का सही तरीका, सावधानियां व उनसे होने वाले लाभ के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी. उक्त अवसर पर समस्त न्यायिक अधिकारीगण, कर्मचारीगण, लीगल ऐड डिफेंस काउन्सिल के अधिवक्ता, पराविधिक स्वयंसेवक, पैनल अधिवक्ता उपस्थित रहें |