चंदौली बेसिक शिक्षा विभाग की प्रगति की समीक्षा हेतु कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई।
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बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी बिफरे |
- शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण सोशल सेक्टर में लापरवाही कत्तई नहीं होगी बर्दाश्त:जिलाधिकारी
- कार्य में लापरवाही पर सस्पेंशन के लिए तैयार रहें सभी खंड शिक्षा अधिकारी:मुख्य विकास अधिकारी
पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट /ब्यूरो चीफ /दिवाकर राय चंदौली |
चंदौली बेसिक शिक्षा विभाग की प्रगति की समीक्षा हेतु आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान जब विभिन्न योजनाओं की स्थिति और कार्यों की प्रगति प्रस्तुत की गई, तो उसमें अपेक्षित सुधार न देख जिलाधिकारी बिफर पड़े।
बैठक के दौरान शिक्षा की गुणवत्ता, मध्याह्न भोजन योजना, मिशन कायाकल्प तथा निर्माणाधीन विद्यालय भवनों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी सहित सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से कहा कि "यदि विभागीय कार्यों में इसी प्रकार की शिथिलता रही, तो जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।"
बैठक में उपस्थित मुख्य विकास अधिकारी श्री आर. जगत साईं ने भी स्पष्ट शब्दों में कहा कि "जो खंड शिक्षा अधिकारी कार्य में लापरवाही बरत रहे हैं, वे खुद को सस्पेंड होने के लिए तैयार रखें।" उन्होंने चेताया कि अब प्रदर्शन के आधार पर ही जिम्मेदारी तय की जाएगी और लापरवाह अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि मिशन कायाकल्प के अंतर्गत शौचालय, पेयजल, भवन, स्मार्ट क्लास आदि 19 बिंदुओं पर गुणवत्तापूर्ण कार्य हर हाल में पूरा किया जाए। मध्याह्न भोजन योजना में भी पोषण, गुणवत्ता और नियमितता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। बैठक में उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग की नियमित मॉनिटरिंग की जाए।उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं खंड शिक्षा अधिकारियों को कल रिपोर्ट के साथ तलब किया।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि शिक्षा जैसी संवेदनशील विषय में किसी भी प्रकार की लापरवाही या अनदेखी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था की स्थापना ही प्राथमिक लक्ष्य है।