देशभर में शनिवार को बकरीद का त्यौहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। बकरीद के कई नाम हैं, जिसमें ईद-उल-अजहा सबसे अहम है।
पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट / नई दिल्ली। देशभर में शनिवार को बकरीद का त्यौहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। बकरीद के कई नाम हैं, जिसमें ईद-उल-अजहा सबसे अहम है। देशभर की प्रमुख मस्जिदों में बकरीद की नमाज के साथ अमन-चैन और खुशहाली की दुआ मांगी जाती है। इस त्यौहार को त्याग और इंसानियत का प्रतीक माना जाता है। मुसलिम समुदाय यह त्यौहार 3 दिनों तक मनातें हैं |
इस्लाम में इसे 'बलिदान का त्यौहार' बताया गया है। दिल्ली की लगभग सभी छोटी-बड़ी मस्जिदों में ईद-उल-अजहा की नमाज के साथ ही धूमधाम से ईद मनाई गई। पारंपरिक परिधानों में सजे हजारों लोग जामा मस्जिद पहुंचे। मुस्लिम बहुल पुरानी दिल्ली में सूरज की पहली किरण निकलते ही जामा मस्जिद का प्रांगण नमाज अदा करने के लिए भर गया। नमाज के बाद लोगों ने एक-दूसरे से अमन-चैन और खुशहाली की दुआ मांगी।
इस दिन लोग दान-पुण्य करते हैं और जानवरों की कुर्बानी देते हैं। जामा मस्जिद के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मुंबई और श्रीनगर में भी लोगों ने बकरीद की नमाज अदा की। सुबह की नमाज के बाद देशभर में कुर्बानी का सिलसिला शुरू हो जाएगा। यह सिलसिला 9 जून तक चलेगा।