जिले के मिल्कीपुर गांव के निवासियों ने लखनऊ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की, ग्रामीणों ने बंदरगाह परियोजना के लिए उनकी पुश्तैनी जमीनों के अधिग्रहण पर रोक लगाने की मांग की।
पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट /ब्यूरो चीफ दिवाकर राय चंदौली : जिले के मिल्कीपुर गांव के निवासियों ने लखनऊ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की। ग्रामीणों ने बंदरगाह परियोजना के लिए उनकी पुश्तैनी जमीनों के अधिग्रहण पर रोक लगाने की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल के सदस्य ईशान मिल्की ने कहा कि बंदरगाह और मालवाहक गांव के लिए ताहिरपुर, मिल्कीपुर, रसुलागंज और छोटा मिर्जापुर के ग्रामीणों को विस्थापित करने की योजना है। मिल्कीपुर और ताहिरपुर की 70 फीसदी आबादी माझी समुदाय की है।
ये लोग पीढ़ियों से गंगा नदी में मछली पकड़कर और नौका चलाकर अपनी आजीविका चलाते आ रहे हैं। 20 मई को मुगलसराय उपजिलाधिकारी बिना किसी पूर्व सूचना के तीन ट्रैक्टर और भारी पुलिस बल के साथ गांव में पहुंचे। स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया।
समाजवादी पार्टी ने भी इस जबरन अधिग्रहण का विरोध किया है। अखिलेश यादव ने कहा कि मौजूदा सरकार गरीबों की जमीन हड़पने की कोशिश कर रही है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि समाजवादी पार्टी ग्रामीणों के साथ खड़ी है। बिना उनकी सहमति के जमीन नहीं ली जाएगी। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल भेजेंगे और इस मुद्दे को सदन में भी उठाएंगे।
बैठक में ईशान मिल्की, नफीस अहमद, विनय मौर्य, वीरेंद्र कुमार साहनी, आस मोहम्मद, अखिलेश सिंह, चंद्र प्रकाश मौर्य, डब्लू साहनी, सुरेश कुमार और अरविंद कुमार सिंह मौजूद रहे।