सरकारी आदेश पर कड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पूर्व नगर स्वास्थ्य अधिकारी और नगर निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. हरपाल सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट / मेरठ: कान्हा उपवन गौशाला में गौशाला मामले में सीएम योगी ने सख्त कार्रवाई की है। सरकारी आदेश पर कड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पूर्व नगर स्वास्थ्य अधिकारी और नगर निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. हरपाल सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं, गौशाला का पूर्व केयरटेकर फरार हो गया। सरकारी आदेश पर पुलिस प्रशासन और नगर निगम ने यह कार्रवाई की।
साथ ही, गायों की देखभाल में लापरवाही और अनियमितताओं के आरोप में लिपिक विकास शर्मा, पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी हरपाल सिंह और गौशाला के केयरटेकर को निलंबित कर दिया गया। उनके खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
उप नगर आयुक्त शरद पाल को गौशाला की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया और उप नगर आयुक्त पंकज कुमार सिंह ने कार्यभार संभाल लिया। इसके अतिरिक्त, नगर निगम के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गजेंद्र को सीएमओ कार्यालय में पदस्थ किया गया और डॉ. हरपाल सिंह को मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी नियुक्त किया गया।
12 जुलाई को कान्हा उपवन गौशाला का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें पाँच गायों की मौत का खुलासा हुआ। इसके बाद, नगर आयुक्त के नेतृत्व में हुई जाँच में डीएम डॉ. वी.के. सिंह, प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी और गौशाला के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हरपाल सिंह को भी दोषी पाया गया। इसके आधार पर, उन्हें प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी और गौशाला के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी के पद से मुक्त कर दिया गया। आयुक्त ने विभागीय कार्रवाई की भी सिफारिश की।
कार्रवाई के लिए आह्वान चिह्न
सोमवार रात वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के निर्देश पर, कान्हा उपवन गौशाला के प्रभारी वर्तमान सफाई निरीक्षक कुलदीप कुमार ने डॉ. हरपाल सिंह और केयरटेकर भरत के खिलाफ मृत्युदंड का मुकदमा दर्ज कराया। इसके आधार पर, दोपहर 2 बजे पुलिस ने डॉ. हरपाल सिंह को पूछताछ के लिए उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया। उन्हें पूरे दिन थाने में रखा गया।
उसी शाम उन्हें मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) नीरज कुशवाहा की अदालत में पेश किया गया, जहाँ अदालत ने उनकी ज़मानत याचिका खारिज कर दी और उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस बीच, केयरटेकर भरत की गिरफ़्तारी पर दिन भर बहस होती रही। हालाँकि, शाम तक पता चला कि भरत फरार हो गया है।
कान्हा उपवन गौशाला में लापरवाही के खिलाफ पहली बार उठाए गए कड़े कदम
कान्हा उपवन गौशाला में गौ-उत्पीड़न के खिलाफ पहली बार कड़े कदम उठाए गए हैं। इससे पहले भी गौ-उत्पीड़न के कई मामले सामने आ चुके हैं। हर बार मामले को दबा दिया जाता था। 8 मार्च 2022 को लोहियानगर के कूड़े के ढेर में ज़िंदा और मृत गायों को एक साथ दफनाए जाने का वीडियो वायरल हुआ था। तब भी मामले को दबा दिया गया था।
नियमानुसार की जा रही कार्रवाई
डीएम डॉ. वीके सिंह के अनुसार, मामला नगर पालिका परिषद का है। कान्हा उपवन गौशाला में लापरवाही का मामला है। नियमानुसार जो भी कार्रवाई होगी, की जा रही है।