पूर्व के नवीन स्वास्थ्य केंद्र के बंद पड़े भवन में राजकीय होमियोपैथिक चिकित्सालय खोले जाने की मांग

पूर्व के नवीन स्वास्थ्य केंद्र के बंद पड़े भवन में राजकीय होमियोपैथिक चिकित्सालय खोले जाने की मांग

कस्बा कमालपुर में स्थानीय गांव सभा की जनता तथा व्यापार मंडल व क्षेत्रीय जनता ने पूर्व के नवीन चिकित्सालय के बंद पड़े भवन में राजकीय होमियोपैथिक चिकित्सालय खोले जाने की मांग जिला प्रशासन से की है।

पूर्व के नवीन स्वास्थ्य केंद्र के बंद पड़े भवन में राजकीय होमियोपैथिक चिकित्सालय खोले जाने की मांग
पूर्व के नवीन स्वास्थ्य केंद्र के बंद पड़े भवन में राजकीय होमियोपैथिक चिकित्सालय खोले जाने की मांग
  • ग्राम सभा आलमखातो पुर में काफ़ी अरसे से एक छोटे कटरे में चलाया जा रहा राजकीय होमियोपैथिक चिकित्सालय
  •  इस बंद पड़े अस्पताल भवन में स्थानंतरित करने की जिलाधिकारी से मांग 
चंदौली | जनपद के |कस्बा कमालपुर में स्थानीय गांव सभा की जनता तथा व्यापार मंडल व क्षेत्रीय जनता ने पूर्व के नवीन चिकित्सालय के बंद पड़े भवन में राजकीय होमियोपैथिक चिकित्सालय खोले जाने की मांग जिला प्रशासन से की है।स्थानीय कस्बा की आबादी लगभग दस हजार के लगभग हैं।कस्बा से सटे कईं गांव की जनता अक्सर कमालपुर में दवा इलाज कराते रहते हैं।गरीब असमर्थ जनता पैसे के अभाव में अक्सर कस्बा के होमियोपैथिक डाक्टर से दवा इलाज कराते हैं।सच में देखा जाय तो अधिकांश बड़े बुजुर्ग लोग होमियोपैथिक अथवा आयुर्वेदिक दवाओं का इलाज कराना चाहते हैं पर विवशता बसराजकीय होमियो पैथिक चिकित्सालय न होने से अंग्रेजी इलाज कराते हैं।

 जहां तक लोगों की सोच है कि किसी भी रोग का एकमात्र कम पैसे का स्थाई इलाज होमियोपैथिक चिकित्सा  है।स्थानीय कस्बा में ई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तो हैं पर होमियोपैथिक चिकित्सालय नहीं है।स्थानीय कस्बा के पंचायत भवन पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाया गया  विशाल भवन जो पहले नवीन स्वास्थ्य केंद्र के नाम से अस्पताल चल रहा था।आज बंदपड़ा है। अस्पताल का विस्तार होने से कस्बा में अन्यत्र जगहअस्पताल स्थानांतरित होकर चलाया जा रहा है।पंचायत भवन पर बने स्वास्थ्य विभाग के भवन में होमियोपैथिक चिकित्सालय खोलने से गांव के साथ साथ क्षेत्रीय जनता का बहुत बड़ा धन बचत के अलावा स्थाई निदान भी होगा।

 देखा जाय तो कस्बा से सात किलोमीटर दूर आलमखातोंपुर में राजकीय होमियोपैथिक चिकित्सालय है जो एक छोटे से कटरे में चल रहा है उसे अगर जो विशाल भवन बंद पड़ा है उसमें स्थातरित कर दिया जाता तो डाक्टर को बैठने की सुविधा हो जाती और लोग अपना इलाज भी ढंग से करा ते जो कस्बा के लिए मील का पत्थर साबित दिखाई देता है।

 व्यापार मंडल अध्यक्ष शंकर प्रसाद गुप्ता,पूर्व प्रधान संतोष कुमार,दयाराम यादव,अरविंद वर्मा,अशोक मौर्या,विजय गुप्ता,अशोक अग्रहरि,इमरान बी डी सी,हरिलाल,अमरनाथ जायसवाल,पवन रस्तोगी,बमबम रस्तोगी,राकेश कुमार, श्रीकांत गुप्ता ने पंचायत भवन पर बनी स्वास्थ्य विभाग के भवन में हफ्ता में कम से कम तीन दिन होमियोपैथिक चिकित्सालय खोलने की मांग की है।

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