Nag Panchami 2025: आज नाग पंचमी है। नाग पंचमी पर कुछ उपाय करने से भगवान शिव प्रसन्न होंगे और आपकी कुंडली से काल सर्प दोष भी दूर होगा। आइए जानें इन उपायों के बारे में।
मुख्य अंश
- नाग पंचमी का विशेष महत्व क्या है?
- इस दिन कुछ उपाय करने से भगवान शिव प्रसन्न होंगे और आपकी कुंडली से काल सर्प दोष भी दूर होगा
लखनऊ। सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है और इस दौरान शुरू होने वाले हर त्योहार का भक्तों के लिए विशेष महत्व होता है। इन्हीं में से एक है नाग पंचमी, जो श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। यह त्योहार विशेष रूप से नाग देवताओं की पूजा के लिए जाना जाता है। इस दिन नागों की पूजा करने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं और काल सर्प दोष जैसे ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा, यदि इस दिन विशेष उपाय किए जाएँ, तो भगवान शिव की विशेष कृपा भी प्राप्त की जा सकती है।
नाग पंचमी का धार्मिक महत्व
एक साक्षात्कार में, पुजारी शुभम तिवारी ने बताया कि नाग पंचमी का उल्लेख कई पुराणों और धार्मिक ग्रंथों में मिलता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, नागों का सीधा संबंध भगवान शिव से है। ऐसा इसलिए है क्योंकि शिव अपने गले में वासुकि नाग को धारण करते हैं। इस दिन नागों को दूध, फूल, चावल और दूर्वा अर्पित की जाती है।
ऐसा माना जाता है कि इससे परिवार में शांति बनी रहती है और संतान सुख मिलता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिन लोगों की कुंडली में काल सर्प दोष होता है, उन्हें जीवन में बार-बार कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। नाग पंचमी के दिन नाग देवता की विधिपूर्वक पूजा करने से यह दोष दूर होता है और जीवन में सुख-शांति आती है। इस दिन "सर्प सूक्त" का पाठ विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है।
भगवान शिव को प्रसन्न करने के उपाय
इस दिन, सुबह स्नान के बाद, स्वच्छ वस्त्र धारण करें और भगवान शिव और नाग देवता की पूजा करें। ॐ नमः शिवाय और ॐ नमो भगवते वासुकेश्वराय मंत्रों का जाप करें। इसके अलावा, नदी तट पर जाकर नाग देवता के 12 नामों का स्मरण करें: अनंत, वासुकि, शेष, पद्म, कम्बल, कर्कोटक, अश्वतर, धृतराष्ट्र, शंखपाल, कालिया, तक्षक और पिंगला।
नाग का चित्र बनाना क्यों शुभ है
ग्रामीण भारत में, इस दिन घर के बाहर नाग का चित्र बनाना शुभ माना जाता है। यह घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। खासकर जब महिलाएं गोबर या हल्दी से यह आकृति बनाती हैं, तो इसे और भी पवित्र माना जाता है। नाग पंचमी के दिन खुदाई करना, पेड़ काटना या फसल उगाना वर्जित माना जाता है। इस दिन सांप को घायल करना या डराना भी अशुभ माना जाता है। इसके बजाय, दूध, चावल और चीनी का भोग लगाकर आशीर्वाद लेना चाहिए।