जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग द्वारा महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित कार्यालय जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति, किशोर न्याय बोर्ड, चाइल्ड हेल्प लाइन तथा प्रोबेशन कार्यालय का संयुक्त निरीक्षण किया गया।
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महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित विभागों का डीएम ने किया औचक निरीक्षण |
- इस दौरान जिलाधिकारी ने पाया सरकार की योजनाओं का आम जनता को पता नहीं
पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट /ब्यूरो चीफ दिवाकर राय चंदौली
जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग द्वारा महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित कार्यालय जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति, किशोर न्याय बोर्ड, चाइल्ड हेल्प लाइन तथा प्रोबेशन कार्यालय का संयुक्त निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान हब फॉर इम्पॉवरमेन्ट योजना, जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति, किशोर न्याय बोर्ड चन्दौली के अन्तर्गत कार्यरत् कार्मिकों से उनके द्वारा देखे जा रहे कार्यो के साथ ही कन्या सुमंगला योजना, बाल सेवा योजना, स्पांशरशिप योजना, विधवा पेंशन सहित अन्य योजनाओं की प्रगति तथा अद्यतन स्थिति के बारे में विधिवत जानकारी प्राप्त करते हुए योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक पात्र लोगों को लाभान्वित कराने के निर्देश दिये, साथ ही मौके पर उपस्थित विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से भी वार्ता कर स्थिति को समझा।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने यह पाया कि शासन की योजनाओं को आम जनता तक पहुंचने में बहुत समय लग रहा है ऐसी स्थिति में इस विभाग को ही जिम्मेदारी दे दी जाए ताकि आशा आंगनबाड़ी के माध्यम से योजनाओं का लाभ मिले।
इसके पश्चात् जिलाधिकारी द्वारा वन स्टाप सेन्टर चन्दौली का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान वहाँ पर महिलाओं / बालिकाओं को प्रदान किये जाने सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी तथा प्रकरण की संख्या कम होने के कारण उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रकरणों की संख्या बढ़ाये जाने हेतु पुलिस विभाग से समन्वय करते हुए अग्रेतर कार्यवाही के लिए निर्देशित किया।
उन्होंने ने मुख्य विकास अधिकारी से कहा कि आप अपर पुलिस अधीक्षक तथा प्रोवेशन विभाग व स्वास्थ्य विभाग एक साथ एक बैठक कर इस नीति को और बेहतर बनाने की योजना बना कर संपादित करें, उन्होंने कहा कि अभी आम लोगों को इस योजना के बारे में जानकारी नहीं है तो आशा, आंगनबाड़ी के माध्यम से इसका प्रचार प्रसार कर लोगो को जानकारी दे और जागृत करे। निरीक्षण के दौरान में केन्द्र पर कोई भी पीड़िता आवासित नही थी,केन्द्र प्रबन्धक द्वारा बताया गया कि 01 पीड़िता थी, जो कि बयान के लिए मा० न्यायालय गयी है।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी आर जगत सांई,जिला प्रोवेशन अधिकारी प्रभात कुमार सहित अन्य संबंधित उपस्थित रहे।