अयोध्या में श्री रामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला और उनके भाइयों को बहन शांता द्वारा भेजी गई राखी मंत्रोच्चार के बीच बाँधी गई।
पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट / अयोध्या। अयोध्या में श्री रामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला और उनके भाइयों को बहन शांता द्वारा भेजी गई राखी मंत्रोच्चार के बीच बाँधी गई। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने रामलला, लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न के हाथों में राखी बाँधी। इस मनोरम दृश्य को देखने के लिए बड़ी संख्या में रामलला के दर्शन करने आए श्रद्धालु उपस्थित थे।
रामलला की कलाई पर रक्षा सूत्र बाँधा गया और भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न की कलाई पर राखी बाँधी गई। रक्षाबंधन के दौरान पूरा मंदिर परिसर जय श्री राम के जयकारों से गूंज उठा और इसी के साथ श्रृंगी ऋषि आश्रम में शुरू हुआ तीन दिवसीय श्री रामलला Rakshabandhan महोत्सव विधि-विधान से संपन्न हो गया।
श्री राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला झूलन महोत्सव भी आज राम भक्तों के आकर्षण का केंद्र रहा। राम मंदिर में नाग पंचमी से शुरू हुआ झूलन महोत्सव आज संपन्न हो गया। रंगमहल सहित सभी मंदिरों में लगे झूलों को आज सेवा के बाद हटा दिया जाएगा और भगवान की प्रतिमा को उनके स्थान पर स्थापित किया जाएगा।
श्रृंगी ऋषि आश्रम में बुधवार को पारंपरिक श्री रामलला रक्षाबंधन महोत्सव शुरू हुआ। श्रृंगी ऋषि आश्रम शेरवाघाट अयोध्या में लगातार तीन दिनों तक विभिन्न धार्मिक आयोजन हुए। राज्य सरकार की महिला कल्याण मंत्री बेबी रानी मौर्य, उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव, स्थानीय निकाय के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में संत-धर्माचार्यों ने भाग लिया।
भगवान श्री राम के लिए केले के रेशे से बनी ये विशेष राखियाँ सेवा के बाद, धूमधाम से कारसेवकपुरम में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय को सौंपी गईं। उन्होंने बड़ी संख्या में उपस्थित राम भक्तों के साथ रामलला और उनके भाइयों को राखियां बांधीं।