सुप्रीम कोर्ट की एसआईटी ने वंतारा को बेबुनियाद आरोपों से बरी किया

सुप्रीम कोर्ट की एसआईटी ने वंतारा को बेबुनियाद आरोपों से बरी किया

सुप्रीम कोर्ट की एसआईटी ने रिलायंस फाउंडेशन की वंतारा परियोजना को बरी कर दिया। अदालत ने जामनगर स्थित केंद्र के खिलाफ आरोपों को खारिज करते हुए संतोष व्यक्त किया।

सुप्रीम कोर्ट की एसआईटी ने वंतारा को बेबुनियाद आरोपों से बरी किया

Vantara Latest News : रिलायंस फाउंडेशन की वंतारा परियोजना की जाँच के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेष जाँच दल (एसआईटी) ने गुजरात के जामनगर स्थित प्राणी बचाव और पुनर्वास केंद्र को बरी कर दिया है। सोमवार (15 सितंबर) को, न्यायमूर्ति पंकज मित्तल और न्यायमूर्ति पीबी वराले की पीठ ने एसआईटी की रिपोर्ट दर्ज की और कहा कि संबंधित अधिकारी वंतारा द्वारा कानून और नियामक उपायों के अनुपालन से संतुष्ट हैं।

रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपी गई

यह रिपोर्ट शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट को सौंपी गई थी और सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को इसकी समीक्षा की। अदालत ने कहा कि रिपोर्ट की समीक्षा के बाद उसी दिन बाद में एक विस्तृत आदेश जारी किया जाएगा।

एसआईटी का गठन क्यों किया गया?

सुप्रीम कोर्ट ने 25 अगस्त को एसआईटी का गठन किया था। इसका उद्देश्य वंतारा के विरुद्ध आरोपों की जाँच करना था, विशेष रूप से कानूनों के उल्लंघन और भारत तथा विदेशों से जानवरों (विशेषकर हाथियों) के अधिग्रहण से संबंधित मामलों में। इस चार सदस्यीय विशेष जांच दल का नेतृत्व सर्वोच्च न्यायालय के एक पूर्व न्यायाधीश कर रहे थे। यह जाँच दो जनहित याचिकाओं (पीआईएल) के आधार पर शुरू की गई थी, जिनमें वंतारा के विरुद्ध अनियमितताओं का आरोप लगाया गया था, जिसमें मीडिया रिपोर्टों, सोशल मीडिया और विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों व वन्यजीव संगठनों की शिकायतों का हवाला दिया गया था।

याचिका में हथिनी माधुरी का भी उल्लेख है

हाल ही में, महाराष्ट्र सरकार ने हथिनी माधुरी को वापस लाने के लिए एक याचिका दायर की, जिसमें वंतारा ने सहयोग का आश्वासन दिया। इससे पहले, 14 अगस्त को, सर्वोच्च न्यायालय ने याचिकाकर्ता सीआर जया सुकिन द्वारा दायर याचिका को "पूरी तरह से अस्पष्ट" बताते हुए खारिज कर दिया था, जिसमें वंतारा में रखे गए पालतू हाथियों को उनके मालिकों को वापस करने के लिए एक निगरानी समिति के गठन की मांग की गई थी। वंतारा का उद्घाटन फरवरी 2024 में किया जाएगा। वंतारा का अर्थ है "जंगल का तारा"। इसे दुनिया के सबसे बड़े चिड़ियाघर और पुनर्वास केंद्र के रूप में प्रचारित किया जाता है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज की जामनगर रिफाइनरी परिसर में 12,200 हेक्टेयर से भी अधिक क्षेत्र में फैली इस परियोजना को रिलायंस फाउंडेशन का भी समर्थन प्राप्त है और इसका नेतृत्व रिलायंस के अध्यक्ष मुकेश अंबानी के पुत्र अनंत अंबानी कर रहे हैं। अनंत अंबानी ने वंतारा को बचाए गए जानवरों के लिए एक अभयारण्य और वैश्विक जैव विविधता पहलों में योगदान बताया।

मुख्य बातें

दिसंबर 2024 तक, वंतारा में 43 प्रजातियों के 2,000 से अधिक जानवर थे, जिनमें 200 से अधिक हाथी भी शामिल थे। इसमें पशु चिकित्सकों, पोषण विशेषज्ञों और रोग विशेषज्ञों सहित 2,100 लोग कार्यरत हैं। उन्नत पशु चिकित्सा देखभाल उपलब्ध है: आईसीयू, एमआरआई, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, डायलिसिस, लिथोट्रिप्सी और लाइव सर्जिकल टेलीकांफ्रेंसिंग। पोर्टेबल एक्स-रे, लेज़र मशीन, हाइपरबेरिक ऑक्सीजन चैंबर, हाइड्रोथेरेपी पूल और यहाँ तक कि मड मसाज सुविधा वाला एक समर्पित हाथी अस्पताल भी है।

वंतारा की वैश्विक पहुँच

दिसंबर 2024 में, वंतारा फाउंडेशन ने नामीबिया में सूखाग्रस्त वन्यजीव वध कार्यक्रम में सहायता की पेशकश करके और 700 से अधिक जानवरों के वध के विकल्प सुझाकर सुर्खियाँ बटोरीं।

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