Chandra Grahan Sutak Time : साल का दूसरा और भारत में साल का पहला चंद्र ग्रहण 7-8 सितंबर की रात, भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि को लगेगा। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा और इसे भारत में देखा जा सकेगा। इसका सूतक काल भी मान्य होगा।
आइए जानते हैं पूर्ण चंद्र ग्रहण का समय और सूतक काल कब शुरू होगा।
Chandra Grahan Effects: साल 2025 का दूसरा और भारत में साल का पहला चंद्र ग्रहण 7-8 सितंबर की रात, भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि को लगेगा। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा और सबसे खास बात यह है कि यह भारत के अधिकांश हिस्सों से स्पष्ट रूप से दिखाई देगा। यह ग्रहण न केवल खगोलीय दृष्टि से विशेष है, बल्कि धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
इस बार चंद्र ग्रहण काफी लंबा भी होगा और इसे हाल के वर्षों की सबसे प्रभावशाली खगोलीय घटनाओं में से एक माना जा रहा है। चूँकि यह भारत में दिखाई देगा, इसलिए सूतक काल भी मान्य होगा, खासकर पूजा-पाठ, धार्मिक गतिविधियों और दैनिक जीवन के लिए।
ज्योतिषाचार्य मनोज कुमार द्विवेदी के अनुसार, यह ग्रहण कुंभ राशि और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में घटित होगा, जिससे यह और भी अधिक प्रभावशाली हो जाएगा। इस लेख में, हम इस चंद्र ग्रहण की अवधि, सूतक काल और सभी 12 राशियों पर इसके प्रभाव के बारे में जानेंगे।
पूर्ण चंद्र ग्रहण का समय
भारतीय समयानुसार, ग्रहण रात्रि 9:57 बजे प्रारंभ होगा। ग्रहण का मध्य काल रात्रि 11:41 बजे और मोक्ष काल दोपहर 1:27 बजे होगा। ग्रहण का स्पर्श, मध्य ग्रहण और मोक्ष काल पूरे भारत में दिखाई देगा। भारत के अलावा, यह ग्रहण पश्चिमी प्रशांत महासागर, हिंद महासागर, पूर्वी अटलांटिक महासागर, अंटार्कटिका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप आदि में दिखाई देगा।
सूतक काल अनुसूची
ग्रहण शुरू होने से लगभग 9 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। इस बार सूतक काल 7 सितंबर को दोपहर 12:26 बजे शुरू होगा और पूरे ग्रहण काल तक प्रभावी रहेगा। शास्त्रों के अनुसार, इस दौरान मूर्ति स्पर्श, पूजा और हवन करना वर्जित माना जाता है। हालाँकि, इस समय जप और ध्यान करना अधिक लाभकारी होता है।
सभी 12 राशियों पर पड़ेगा प्रभाव
चंद्र ग्रहण का प्रभाव सभी 12 राशियों पर देखा जाएगा। खास बात यह है कि यह ग्रहण कुंभ राशि और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में घटित हो रहा है, और शनि की राशि में घटित हो रहा है। ऐसे में सभी को सावधान रहने की आवश्यकता है। चंद्र ग्रहण काल परिवर्तन का समय होता है। चंद्रमा का हमारे मस्तिष्क पर गहरा प्रभाव पड़ता है, इसलिए चंद्र ग्रहण हमें भावनात्मक रूप से प्रभावित करते हैं।
चंद्र ग्रहण के दौरान हमारे मन में बहुत उथल-पुथल रहती है। इस दौरान कई फैसले गलत भी हो सकते हैं और भविष्य को प्रभावित कर सकते हैं। चंद्र ग्रहण के दौरान जप और ध्यान के माध्यम से अपने अवचेतन मन से नकारात्मक भावनाओं को दूर करने का यह एक अच्छा समय है। पूर्ण चंद्र ग्रहण के दौरान नकारात्मकताएँ बहुत प्रबल हो जाती हैं, लेकिन जो लोग ध्यान और जप करते हैं, वे अपनी ऊर्जा को और प्रबल कर सकते हैं। चंद्र ग्रहण के दौरान मंत्र जाप और दान करने से भी विशेष लाभ होता है।
मेष: ग्रहण मेष राशि के ग्यारहवें भाव में घटित होगा। अचानक धन लाभ के योग बनेंगे, लेकिन उन्हें अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।
वृष: यह चंद्र ग्रहण वृषभ राशि वालों के लिए मिले-जुले परिणाम लेकर आएगा। यह ग्रहण उनकी राशि के दसवें भाव में घटित होगा, इसलिए कार्यक्षेत्र में कुछ बदलाव हो सकते हैं।
मिथुन: यह चंद्र ग्रहण मिथुन राशि वालों के लिए शुभ रहेगा। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी।
कर्क: यह चंद्र ग्रहण कर्क राशि वालों के लिए प्रतिकूल हो सकता है। पारिवारिक मामलों को लेकर तनाव बढ़ सकता है। ग्रहण मन को प्रभावित कर सकता है। इस राशि के जातकों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना चाहिए।
सिंह: चंद्र ग्रहण सिंह राशि वालों के करियर और व्यवसाय के लिए शुभ रहेगा। वैवाहिक जीवन में सावधानी बरतने की आवश्यकता है। अहंकार से बचें।
कन्या: कन्या राशि वालों के लिए चंद्र ग्रहण शत्रुओं पर विजय दिलाने वाला रहेगा। इस राशि के विद्यार्थियों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे लोगों के लिए यह शुभ परिणाम लेकर आएगा।
तुला: चंद्र ग्रहण का प्रभाव आपके पारिवारिक जीवन पर पड़ेगा। तुला राशि वालों को किसी भी प्रकार के विवाद से बचना चाहिए। इस राशि के जातक अपनी संतान को लेकर चिंतित रहेंगे।
वृश्चिक: वाहन और यात्रा से लाभ होगा। पारिवारिक जीवन में सुख में बाधाएँ आएंगी। नई संपत्ति खरीदने का योग बन सकता है।
धनु: धनु राशि वालों के लिए साल का दूसरा चंद्र ग्रहण शुभ परिणाम लेकर आएगा। भाग्य का साथ मिलेगा। रुके हुए काम पूरे होंगे। करियर में उन्नति होगी।
मकर: मकर राशि वालों को आर्थिक मामलों में सावधानी बरतनी चाहिए। चंद्र ग्रहण के कारण मकर राशि वालों के खर्चे बढ़ सकते हैं। परिवार के सदस्यों के साथ संवाद बनाए रखें और संयम बरतें।
कुंभ: चंद्र ग्रहण आपके व्यक्तित्व और मानसिक संतुलन को प्रभावित करेगा। यह साधना और आत्मनिरीक्षण के लिए शुभ समय माना जाएगा।
मीन: चंद्र ग्रहण का मीन राशि वालों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। मकर राशि वालों को आर्थिक मामलों में सावधानी बरतनी चाहिए। खर्चों पर नियंत्रण रखें और सोच-समझकर उधार लें या निवेश करें।
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