बीज शोधन/भूमि शोधन अभियान रबी वर्ष 2025

बीज शोधन/भूमि शोधन अभियान रबी वर्ष 2025

रबी की बुआई का समय आ रहा है, कृषक भाई  बुआई से पहले बीज शोधन अवश्य कर लें.

पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट /ब्यूरो चीफ दिवाकर राय चंदौली |

रबी की बुआई का समय आ रहा है, कृषक भाइयों को सूचित करना है कि बुआई से पहले बीज शोधन अवश्य किया जाय। फसलो में रोग, बीज, मृदा, वायु एवं कीटो द्वारा फैलते है एवं बीज जनित रोगो का कोई भी उपचार सम्भव नही है। बीज जनित/भूमि जनित रोगों से आगामी बोई जाने वाली फसल के बचाव हेतु बीज शोधन अत्यंत महत्वपूर्ण है।


बीज शोधनः बीज शोधन का कार्य कार्बेन्डाजिम 50 प्रतिशत अथवा थीरम 75 प्रतिशत 2.5 ग्राम से 3 ग्राम प्रति किग्रा बीज की दर से तथा ट्राइकोडर्मा जैविक रसायन द्वारा 5 से 10 ग्राम प्रति किग्रा बीज की दर से किया जाता है। बीज शोधन द्वारा फसल की रोगो से सुरक्षा कर अधिक पैदावार ली जा सकती है, जिससे कृषको की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी।


 अतः किसान भाइयो को बीज शोधन जैसे महत्वपूर्ण कार्य के प्रति ध्यान देना चाहिए। बीज शोधन / भूमि शोधन रसायन कृषि रक्षा इकाइयो पर 75 प्रतिशत अनुदान पर बीज शोधक रसायन उपलब्ध है अधिक जानकारी के लिए अपने विकासखण्ड की कृषि रक्षा इकाई पर संपर्क कर सकते हैं।


भूमि शोधनः भूमि शोधन हेतु 2.5 किग्रा0 / हेक्टे० ट्राइकोडर्मा या ब्यूबेरिया बैसियाना बायो रसायन को 75 किग्रा0 सड़ी हुई गोबर की खाद में मिलाकर 10-12 दिन तक छाया युक्त स्थान पर रखकर पानी के छीटे मारें ताकि नमी बरकरार रहे। 


तत्पश्चात् इस 75 किग्रा0 गोबर की खाद जो कि बायोपेस्टीसाइड में तब्दील हो चुका है इसे जुताई करके बुवाई से पहले खेत में मिला दें। इससे खेत में मौजूद दीमक एवं फफूंद से छुटकारा मिलेगा साथ ही साथ खेत में जैविक खाद की कमी भी पूर्ण हो जायेगी ।