PRJ के राष्ट्रीय अध्यक्ष Anuj Rahi Hindustani ने कहा कि हमारा राजनैतिक दल में परिवर्तन का एक ही उद्देश्य है सत्ता के दम्भ में आ चुकी पृथक पूर्वांचल राज्य की अनदेखी करने वाली सरकारों को ये दिखाना कि पूर्वांचल राज्य का मुद्दा भी उन्हें राजनैतिक नुकसान पहुंचा सकता है |
पीएनपी नेटवर्क / बस्ती। पीआरजे के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुज राही हिंदुस्तानी Presidente Nacional Anuj Rahi Hindustani ने कहा कि हमारा राजनैतिक दल Political Parties में परिवर्तन का एक ही उद्देश्य है सत्ता के दम्भ में आ चुकी पृथक पूर्वांचल राज्य Prithak Purvanchal Rajy की अनदेखी करने वाली सरकारों को ये दिखाना कि पूर्वांचल राज्य का मुद्दा भी उन्हें राजनैतिक नुकसान पहुंचा सकता है |
पूर्वांचल राज्य जनआंदोलन Purvanchal Rajy Janandolan को राजनैतिक दल के रूप में परिवर्तित करने के निर्णय पर Purvanchal News Print से बातचीत में PRJ Anuj Rahi Hindustani, National President ने कहा कि हमारा राजनैतिक दल में परिवर्तन का एक ही उद्देश्य है सत्ता के दम्भ में आ चुकी सत्ता को ये दिखाना कि पूर्वांचल राज्य का मुद्दा भी उन्हें राजनैतिक नुकसान पहुंचा सकता है।
उन्होंने कहा कि हम कल भी आंदोलन थे, आज भी आंदोलन हैं। पृथक राज्य गठन के बाद भी परिवर्तन, प्रगति और विकास का एक आंदोलन मौजूद रहेगा।हमारा संवैधानिक स्टेटस बदला है हम नहीं, उन्होंने आगे कहा की हमारा विश्वास है कि सत्ता बदलना उतना जरूरी नहीं, जितना सिस्टम बदलना जरूरी है।
भारत को द्वन्द से बाहर आकर भारत की तीन मुख्य राजनैतिक विचारधाराओं अर्थात ' सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास वाली, हिन्दू राष्ट्रवाद', 'इस्लामिक तुष्टिकरण और पिछड़ा रखने वाली वाली धर्मनिरपेक्षता' तथा 'दुनिया भर में आर्थिक मोर्चे पर फेल हो चुके अव्यवहारिक काम्युनिज़्म' में से एक को आगे बढ़ने के लिए स्पष्ट रूप से चुनना होगा। लेकिन, सत्ता व्यापक लोकहित में ही कार्य करे। इसके लिए सदैव जाग्रत रहना होगा, हिन्दू राष्ट्रवाद की मूल विचारधारा पर चलते हुए हम यही कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे।
बातचीत के दौरान वहां मौजूद मुख्य राष्ट्रीय महासचिव 'आंदोलन' वंदना रघुवंशी Chief National General Secretary 'Movement' Vandana Raghuvanshi ने कहा कि राजनैतिक दल में परिवर्तित होने से हमारी शक्ति और उत्साह में कई गुनी वृद्धि हुई है और अब हम राजनेताओं और प्रशासन की कुटिल साजिशों का शिकार भी नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि पीआरजे कई सालों से पृथक राज्य के लिए ज़मीन पर लड़ा है और हम आगे भी राज्य गठन तक शांत नहीं बैठेंगे, बल्कि सत्ता की नाक में दम कर देंगे।

