प्रधानमंत्री माइक्रो फ़ूड इंडस्ट्रीज अपग्रेडेशन स्कीम के तहत, सरकार युवाओं को 10 लाख रुपये तक का लोन दे रही है, जिसमें 35% तक की subsidy है।
- इस प्रोग्राम के लिए ज़िला हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट ज़िम्मेदार, Rice and flour processing sector भी शामिल
लखनऊ। प्रधानमंत्री माइक्रो फ़ूड इंडस्ट्रीज़ मॉडर्नाइज़ेशन प्रोग्राम (Pradhan Mantri Micro Food Industries Modernization Program) के तहत, योगी आदित्यनाथ सरकार "वोकल फ़ॉर लोकल" पहल के तहत आठवीं क्लास तक पढ़े युवाओं को एंटरप्रेन्योर बनने का एक और मौका दे रही है। पहले, सरकार ₹5 लाख (500,000 रुपये) तक का लोन देती थी, लेकिन अब ₹10 लाख (1,000,000 रुपये) तक का लोन दे रही है। ज़िला बागवानी विभाग द्वारा चलाए जा रहे इस प्रोग्राम में 35% तक की सब्सिडी भी मिलती है।
अगर कोई 10 लाख (1,000,000 रुपये) के लोन के लिए अप्लाई करता है, तो उसे 6.5 लाख (650,000 रुपये) जमा करने होंगे। 3.5 लाख (350,000 रुपये) की सब्सिडी दी जाएगी। इस प्रोग्राम के तहत, बिस्किट फ़ैक्टरी और मिनरल वाटर फ़ैक्टरी समेत 37 तरह के बिज़नेस शुरू किए जा सकते हैं।
37 तरह के बिज़नेस में से कोई भी शुरू किया जा सकता
Horticulture Department के एक अधिकारी ने बताया कि इस प्रोग्राम के ज़रिए 37 सेक्टर शुरू किए जा सकते हैं, जिनमें आइसक्रीम फैक्ट्री, राइस मिल, बिस्किट फैक्ट्री, मिनरल वॉटर फैक्ट्री, बीन मिल, आटा मिल, हर्ब-बेस्ड प्रोडक्ट, डेयरी प्रोडक्ट, मशरूम प्रोडक्शन, स्नैक्स, पापड़, नमकीन (इंडियन स्नैक्स), मसाले, ग्राइंडर, तेल फैक्ट्री, फल और सब्जी इंडस्ट्री, मधुमक्खी पालन, कन्फेक्शनरी, टोमैटो सॉस, और कई दूसरे नॉन-वेजिटेरियन प्रोडक्ट शामिल हैं।
हर परिवार से सिर्फ़ एक व्यक्ति को मिलेगा लोन
यह प्रोग्राम केंद्र सरकार चलाती है। इसका फ़ायदा सिर्फ़ परिवार के एक सदस्य को मिल सकता है। अगर कोई दूसरा सदस्य फ़ायदा उठाना चाहता है, तो वह एलिजिबल नहीं होगा। एप्लीकेंट ने एलिमेंट्री स्कूल की आठवीं क्लास पूरी की हो और उसका एकेडमिक रिकॉर्ड कम से कम 100% हो।
यूपी के प्रत्येक ज़िले में युवा अप्लाई कर रहे हैं। एप्लीकेंट का एजुकेशन लेवल आठवीं क्लास से लेकर हायर एजुकेशन तक है।

