दो दिवसीय “ Master Trainers Training Programme ” का आयोजन 4 और 5 नवम्बर 2025 को होटल अतिथि इन, लखनऊ में किया गया।
- समुदाय स्तर पर कार्यरत स्वयंसेवकों की क्षमता को सशक्त बनाने पर जोर
लखनऊ। समुदाय स्तर पर कार्यरत स्वयंसेवकों की क्षमता को सशक्त बनाने के उद्देश्य से दो दिवसीय “मास्टर ट्रेनर्स प्रशिक्षण कार्यक्रम” का आयोजन 4 और 5 नवम्बर 2025 को Hotel Atithi Inn Lucknow में किया गया। यह प्रशिक्षण एंबेड परियोजना के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसे गॉदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड का सहयोग प्राप्त है।
प्रशिक्षण सत्रों का संचालन Dr. Bitra George, Technical Advisor द्वारा किया गया। डॉ. जॉर्ज ने प्रतिभागियों को व्यावहारिक उदाहरणों, समूह गतिविधियों और केस स्टडीज़ के माध्यम से प्रशिक्षण दिया। उन्होंने समझाया कि प्रभावी संचार कौशल किसी भी समुदायिक पहल की नींव है, क्योंकि इससे स्वयंसेवक लोगों से बेहतर जुड़ाव बना सकते हैं और संदेशों को सरल भाषा में प्रभावी ढंग से पहुँचा सकते हैं।
समस्या समाधान सत्र के दौरान उन्होंने बताया कि चुनौतियाँ हर स्तर पर आती हैं, लेकिन उनका समाधान टीम के सहयोग और रचनात्मक सोच से संभव है। इस अभ्यास में प्रतिभागियों ने वास्तविक फील्ड स्थितियों पर आधारित केस स्टडीज़ पर चर्चा की दस्तावेज़ीकरण पर सत्र में रिकॉर्ड रखने की महत्ता और पारदर्शिता पर जोर दिया गया, जिससे योजनाओं की प्रगति को सटीक रूप से मापा जा सके। नेतृत्व पर चर्चा करते हुए डॉ. जॉर्ज ने कहा कि एक सच्चा लीडर अपने समूह को प्रेरित करता है, दिशा देता है और कठिन परिस्थितियों में भी हिम्मत बनाए रखता है।
प्रशिक्षण में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए Associate Director Shri Som Kumar Sharma ने प्रतिभागियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि एंबेड परियोजना का मुख्य उद्देश्य समुदायों को अपने विकास की दिशा में स्वयं सशक्त बनाना है। श्री शर्मा ने यह भी रेखांकित किया कि प्रशिक्षित स्वयंसेवक जमीनी स्तर पर न केवल बीमारियों की रोकथाम और नियंत्रण में सहयोग देंगे, बल्कि व्यवहार में बदलाव लाने में भी अहम भूमिका निभाएँगे।
दो दिवसीय इस प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक गतिविधियों में भाग लिया, अपने अनुभव साझा किए और नई सीख को व्यवहार में उतारने का संकल्प लिया। समापन सत्र में सभी मास्टर ट्रेनर्स ने कहा कि वे अपने जिलों में जाकर समुदायिक स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित करने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे।
यह पहल न केवल ग्रामीण और शहरी समुदायों में स्वास्थ्य-जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक सशक्त कदम है, बल्कि यह साझेदारी, जिम्मेदारी और नेतृत्व की भावना को भी समाज में स्थापित करने का प्रयास है।


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