2026 Stock Market outlook : मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मिड-कैप स्टॉक्स लार्ज और स्मॉल-कैप स्टॉक्स से बेहतर परफॉर्म कर सकते हैं।
2026 Stock Market outlook : साल 2025 ने इन्वेस्टर्स को निराश किया। गोल्ड और सिल्वर ने अच्छा प्रॉफिट कमाया, वहीं सेंसेक्स और निफ्टी ने मामूली रिटर्न दिया। अब, सभी की नज़रें 2026 पर हैं। अगर आप भी स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करते हैं, तो यह खबर आपके लिए है। आप ज़रूर जानना चाहेंगे कि 2026 में स्टॉक मार्केट कैसा परफॉर्म करेगा। कोटक म्यूचुअल फंड के 2026 एनुअल मार्केट एनालिसिस के मुताबिक, आने वाले साल में मार्केट मूवमेंट के बारे में, गिरती इंटरेस्ट रेट्स और मज़बूत स्ट्रक्चरल ग्रोथ से स्टॉक मार्केट और फिक्स्ड इनकम दोनों में इन्वेस्टमेंट के अच्छे मौके मिल सकते हैं। आइए इंडियन स्टॉक मार्केट के आउटलुक को एनालाइज़ करते हैं।
कौन से सेक्टर्स के अच्छा परफॉर्म करने की संभावना है?
Banking Sector : क्रेडिट फिर से बढ़ने लगा है, जिससे बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन ज़्यादा एक्टिव हो गए हैं। यह बढ़े हुए लोन-टू-डिपॉज़िट रेश्यो में दिखता है। मज़बूत फंडामेंटल्स, बेहतर कैपिटल एडिक्वेसी और अच्छे रिटर्न रेट्स इस सेक्टर को लंबे समय के इन्वेस्टमेंट के लिए आकर्षक बनाते हैं। लोन और डिपॉज़िट ग्रोथ के बीच कम होते अंतर से बैंक मार्जिन और प्रॉफिट पर दबाव भी कम हो सकता है।
Consumer Sector : देश में कंजम्पशन तेज़ी से बढ़ रहा है। इसमें कई फैक्टर्स का योगदान है, जिसमें बढ़ती इनकम, GST (गुड्स एंड सर्विसेज़ टैक्स) में सुधार और छुट्टियों के मौसम में बढ़ी हुई डिमांड शामिल हैं। ग्रामीण इलाकों में प्रति व्यक्ति इनकम US$2,000 से ज़्यादा हो गई है, जो एक बड़ा लेवल है जिससे आम तौर पर लोगों की डिस्पोजेबल इनकम बढ़ती है। इससे ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टर्स की डिमांड बढ़ती है। इसलिए, बढ़ी हुई ज़रूरतें, कम GST, गिरती महंगाई और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रिकवरी जैसे फैक्टर्स गाड़ियों की डिमांड को बढ़ाएंगे।
E-commerce Sector : भारत का ई-कॉमर्स मार्केट अभी भी कम डेवलप हुआ है, इसलिए इसमें तेज़ी से ग्रोथ की संभावना है। ऑनलाइन शॉपिंग को ज़्यादा अपनाने से, फिस्कल ईयर 2030 तक ई-कॉमर्स की पहुंच लगभग 12-13% तक बढ़ सकती है। इलेक्ट्रॉनिक्स और ब्यूटी/पर्सनल केयर जैसी कैटेगरी में सबसे तेज़ ग्रोथ होने की उम्मीद है।
Opportunities in the Healthcare Sector : बढ़ती उम्र की आबादी और पुरानी बीमारियों में लगातार बढ़ोतरी के साथ, भारत में हेल्थकेयर पर खर्च बढ़ रहा है। यह बदलाव हेल्थकेयर सर्विस की मांग को तेज़ी से बढ़ाएगा और इस सेक्टर में बड़े मौके पैदा करेगा।
मार्केट एक्सपर्ट क्या सुझाव देते हैं?
Nilesh Shah, Managing Director of Kotak Mahindra AMC के मुताबिक, भारतीय कंपनियां फिस्कल ईयर 2027 में मज़बूत डबल-डिजिट प्रॉफिट कमाएंगी। इस मजबूती से विदेशी इन्वेस्टर भारत में अपना इन्वेस्टमेंट बढ़ा सकते हैं, जिससे मार्केट में लिक्विडिटी बनी रहेगी। उनका कहना है कि मिड-कैप स्टॉक्स के लार्ज और स्मॉल-कैप स्टॉक्स से बेहतर परफॉर्म करने की संभावना है, हालांकि यह बढ़त ज़्यादा नहीं हो सकती है। सोने और चांदी के भी बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि दुनिया भर के सेंट्रल बैंक इन मेटल्स को खरीदना जारी रखेंगे। इन्वेस्टर्स को सलाह दी जाती है कि वे अपने रिटर्न की उम्मीदों को कम करें और मार्केट के उतार-चढ़ाव से निपटने के लिए एक बैलेंस्ड और डायवर्सिफाइड इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी अपनाएं।
Fixed Income Outlook
बदलते मार्केट हालात के बीच, फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो स्टेबिलिटी और रिस्क कम करने में अहम भूमिका निभाएंगे। मजबूत मैक्रोइकोनॉमिक हालात और सप्लाई और डिमांड के बीच अच्छा बैलेंस बॉन्ड मार्केट के लिए पॉजिटिव माहौल बना रहे हैं।

