सनबीम स्कूल मुगलसराय 20 वर्ष की स्वर्णिम शैक्षणिक उत्कृष्टता को गौरवान्वित करने वाला श्रेष्ठतम प्रतिभा - प्रदर्शन के साथ अपना वार्षिक उत्सव मनाया।
चन्दौली / डीडीयू नगर। Anniversary Celebration‘अभिव्यक्ति - 2025’ लोक संस्कृति, कला, संगीत और नृत्य की अद्भुत खोज - जहां परंपराओं की महक, कला की छटा, संगीत की मधुरता, और नृत्य की ताल, हर मन को बांध लेती है। आइए, इस अनोखे आयोजन में लोक जीवन के रंगों को करीब से महसूस करें और संस्कृति के अनमोल खजाने को जानें। अभिव्यक्ति 2025: अपनी जड़ों से जुड़ने का एक सुनहरा अवसर है।
दुलहीपुर स्थित Sunbeam School Mughalsarai 20 वर्ष की स्वर्णिम शैक्षणिक उत्कृष्टता और संस्था के गरिमामयी अस्तित्व को गौरवान्वित करने वाला श्रेष्ठतम प्रतिभा - प्रदर्शन के साथ अपना वार्षिक उत्सव मनाया, जो जिले भर में उत्कृष्ट मानक स्थापित कर रहा है। 7 दिसम्बर एक बहुप्रतीक्षित दिन था जिसके लिए विद्यालय के लगभग 200 से अधिक बच्चों ने विगत एक महीने से मुंबई के ख्याति प्राप्त भरत नाट्यम विशारद श्री महेश आर पाण्डे सर के मार्गदर्शन में कड़ी मेहनत करके अपने मंचीय प्रतिभा को निखारा और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि माननीय डॉ. दीपक मधोक - चेयरपर्सन सनबीम ग्रुप ऑफ़ एजुकेशनल इंस्टिट्यूशन्स एंड सी. एम. डी., डी. एच.के. एडुसर्व एल. टी. डी. और कर्नल अमर सिंह- सी.ओ. एन.सी.सी 91 यू.पी. बटालियन, श्री सतीश जिंदल - व्यवसायी और समाजसेवी डॉ, डॉ. ओ.पी. सिंह, श्री विकास गर्ग, व विद्यालय प्रबंधन सदस्य - श्री नवनीत रमन, श्री आत्माराम तुलस्यान, श्री सुभाष तुलस्यान, श्री अभिषेक तुलस्यान तथा साथ ही 8 दिसंबर के पुरस्कार समारोह कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि विभागाध्यक्ष शारीरिक शिक्षा विभाग बीएचयू लेफ्टिनेंट डॉक्टर विक्रम सिंह व विशेष न्यायाधीश , चंदौली श्री राम बाबू यादव ने तुलसी वेदी पर दीप प्रज्ज्वलित कर तथा बाबू जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया।
विद्यालय के सेक्रेटरी श्री यदुराज कानूडिया एवं डायरेक्टर श्रीमती श्वेता कानूडिया , एडिशनल डायरेक्टर श्रीमती श्रुति अग्रवाल , प्रधानाचार्या श्रीमती सौमिता चटर्जी , उप - प्रधानाचार्य श्री राम प्रताप सिंह ने 'पुष्प-गुच्छ' एवं 'अंगवस्त्रम' भेंट कर अतिथियों का स्वागत और अभिनंदन किया।
कार्यक्रम के शुभारंभ में विद्यालय के संगीत विभाग द्वारा तैयार की गई अद्भुत सांस्कृतिक–संगीत प्रस्तुति ने वातावरण को पूर्णतः आध्यात्मिक और सुरमयी बना दिया। आर्केस्ट्रा टीम के प्रतिभाशाली छात्र–छात्राओं ने राग दरबारी में निबद्ध गुरु वंदना का मनोहारी मेल बंधन प्रस्तुत किया, जिसके बोल— ‘जो गुरु कृपा करे, कोटिन पाप कटे इक पल में, जो गुरु कृपा करे’—ने समूचे सभागार में भक्ति और गुरु-समर्पण की दिव्य अनुभूति भर दी। इसके साथ ही बच्चों ने ‘गुरु की चरण की रज लेकर दोऊ’ पद को भी भावपूर्ण अंदाज़ में प्रस्तुत कर कार्यक्रम की गरिमा को और अधिक बढ़ा दिया।
सांस्कृतिक यात्रा आगे बढ़ती हुई जब राग जौनपुरी पर आधारित प्रस्तुति की ओर पहुँची, तो मंच पर स्वर और लय का अद्भुत संगम बना। ‘मातेश्वरी वीणेश्वरी सुन ले हमारी प्रार्थना’ भक्ति-गीत को छात्रों ने लाइव गायन के साथ नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया जिससे कार्यक्रम और भी आकर्षक, सजीव और प्रभावी बन गया।
इन दोनों प्रस्तुतियों ने न केवल बच्चों की सांगीतिक दक्षता को प्रदर्शित किया, बल्कि भारतीय शास्त्रीय संगीत की गहराई और उसकी आध्यात्मिक ऊर्जा को भी दर्शकों तक पहुँचा दिया। पूरा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा और कार्यक्रम की शुरुआत एक अविस्मरणीय अनुभव बन गई।
छात्रों की आवाज़ में भावों की गहराई, चेहरे पर उभरती अनुभूतियाँ और दृश्यों का प्रभावी निर्माण दर्शक दीर्घा को क्षण-भर में कथा के प्रवाह से जोड़ लेता है जिसके परिणाम स्वरूप सभागार में उपस्थित सभी दर्शक आनंद-विभोर होते हुए इस संवेदनापूर्ण नाट्य प्रस्तुति की भरपूर सराहना करने लगे।
मुख्य अतिथि श्री दीपक मधोक ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कार्यक्रमों की मुक्त कंठ से सराहना की। तथा अपने संक्षिप्त संबोधन में बच्चों के नाट्य एवं अन्य प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने विद्यालय के इतिहास का उल्लेख करते हुए कहा कि कैसे एक छोटे-से कमरे से शुरू हुई सनबीम की यात्रा आज 27 स्कूलों और 36,000 विद्यार्थियों तक पहुँचकर एक विशाल वटवृक्ष बन चुकी है, जहाँ के बच्चे विभिन्न क्षेत्रों में विद्यालय और देश का नाम रोशन कर रहे हैं। श्री मधोक ने सनबीम मुगलसराय की निदेशिका श्रीमती श्वेता कानूडिया तथा विद्यालय प्रबंधन की सराहना करते हुए कहा कि सनबीम मुगलसराय ने सनबीम के मूल आदर्शों को आत्मसात कर आज यह उल्लेखनीय स्थान प्राप्त किया है। अंत में उन्होंने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर अतिथियों एवं अभिभावकों का स्वागत करते हुए विद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती श्वेता कानूडिया ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा - कि आज का दिन विशेष दिन है,जिसमें हम आपके और हमारे बीच बने 20 वर्षों के अटूट विश्वास और प्रेम का उत्सव मना रहे हैं। बच्चों के अंदर की छुपी जिस प्रतिभा से हम अक्सर अनभिज्ञ रह जाते हैं, यह कार्यक्रम उसी प्रतिभा का उत्सव मनाने का दूसरा नाम है। साथ ही उन्होंने यह कहा कि हमारा विद्यालय अपने पाठ्य-सहगामी क्रियाकलापों के माध्यम से बच्चों की क्षमताओं को कक्षा के भीतर और बाहर विविध कार्य गतिविधियों से निखारकर उन्हें अनेक मंचों तक पहुँचाता है।
कार्यक्रम में अपने संबोधन में श्री महेश आर पाण्डे ने कहा -कि थिएटर एक साधना है—जहाँ बच्चे कच्ची मिट्टी की तरह होते हैं, जो परिश्रम और सही मार्गदर्शन से एक सुंदर एवं सार्थक स्वरूप धारण करते हैं। थिएटर न केवल अभिव्यक्ति का माध्यम है, बल्कि अनुशासन, संवेदना और आत्मविश्वास का अद्भुत संगम भी है।
प्रधानाचार्या श्रीमती सौमिता चटर्जी जी ने विद्यालय के वर्ष भर की गतिविधियों और उपलब्धियों का विस्तृत रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किया और पधारे हुए अतिथियों एवं अभिभावकों के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया । उन्होंने कहा कि इन बच्चों की प्रतिभा और आत्मविश्वास मुझे हमेशा ही उत्साहित करती है। यह पूरा कार्यक्रम विविध विषयों पर केंद्रित है जिसमें वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश समाहित है । सनबीम स्कूल ने वार्षिकोत्सव को शिक्षा, उल्लास और संगीत का अद्भुत संगम बना दिया है, जो एक बड़ी उपलब्धि है। छात्रों का सर्वांगीण और बहुमुखी विकास करना ही सनबीम स्कूल मुगलसराय का लक्ष्य है ।
8 दिसंबर को श्रीमती ऋतु मैम के कुशल निर्देशन और मार्गदर्शन में बच्चों ने विलियम शेक्सपीयर पर आधारित एक गरिमामय और मनमोहक नाट्य प्रस्तुति मंचित की। बच्चों की संवाद-अभिनय क्षमता, अभिव्यक्ति, शारीरिक मुद्राएँ तथा मंच सज्जा—सबने मिलकर ऐसा प्रभाव उत्पन्न किया कि दर्शक दीर्घा मंत्रमुग्ध हो उठी।
विद्यालय में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में विद्यालय के विभिन्न खेलों में शानदार प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को मेडल और शील्ड प्रदान कर सम्मानित किया गया। मंच पर एक–एक कर बुलाए गए इन प्रतिभाशाली खिलाड़ियों ने अपनी उपलब्धियों से न केवल विद्यालय का गौरव बढ़ाया, बल्कि अपने परिश्रम और समर्पण की अनूठी मिसाल भी प्रस्तुत की। समारोह के दौरान उपस्थित सभी अतिथियों और दर्शकों ने बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए जोरदार तालियों से उनका स्वागत किया।
इस अवसर पर विद्यालय की हेडमिस्ट्रेस श्रीमती वसुंधरा ऋषि, पैरलल करिकुलम हेड डॉ. गुंजन सिंह, को-ऑर्डिनेटर श्री राजेश सिन्हा व श्री मनीष पांडेय व समस्त शिक्षक - शिक्षिकाओं सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के गणमान्य जन एवं अभिभावक गण उपस्थित रहें।

.jpeg)
.jpeg)

