लखनऊ, पूर्वांचल न्यूज प्रिन्ट: कोरोना संकट के बीच अपनी जान की बाजी लगा कर पत्रकार, फोटोग्राफर व अन्य संवादकर्मी अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। इनके जोखिम को देखते हुए असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल की सरकार ने पत्रकारों के लिए 50 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा की घोषणा की है.
इसके पहले उड़ीसा सरकार ने पत्रकारों की पीड़ा को समझते हुए बीमा की घोषणा किया , इसके बाद असम सरकार ने भी कोरोना कवरेज में लगे पत्रकारों की सुध ली है. ऐसे में अब सवाल उठने लगा है कि उत्तर प्रदेश में पत्रकारों को बीमा देने पर विचार क्यूं नहीं किया जा रहा है. स्वराज अभियान के नेता अजय राय कहते हैं कि योगी सरकार को भी अन्य राज्यों की तरह पत्रकारों को 50 लाख का बीमा देने की तत्काल घोषणा करना चाहिए. उन्होंने कहा कि पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है. ऐसे में उनके प्रति का योगी सरकार द्वारा उदारता नहीं दिखाना दुःखद ही कहा जा सकता है.कोरोना के कवरेज में पत्रकारों के भी कोरोना पॉजिटिव होने की खबरें आ रही हैं, ऐसे में उनका बीमा किये जाने की घोषणा अनिवार्य हो गया है. उल्लेखनीय हो कि असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने राज्य के पत्रकारों का 50 लाख रुपए का सरकारी बीमा करवाने का ऐलान किया है.
असम सरकार कैबिनेट में लिए गए इस फैसले की जानकारी देते हुए सीएम ने ट्वीट कर कहा- ‘पत्रकारों ने कोरोना वायरस संबंधित खबरों को बहादुरी से कवर किया. जान दांव पर लगाकर काम किया. वे नायक हैं. सरकार उन्हें 50 लाख रुपए का जीवन बीमा कवर देगी.’
गुवाहाटी प्रेस क्लब और जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ असम ने असम सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है.
गुवाहाटी प्रेस क्लब के अध्यक्ष मनोज कुमार नाथ और महासचिव संजय राय ने मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा है कि सरकार का यह निर्णय सही समय में आया है. जब पत्रकार स्वास्थ्य संबंधी खतरों के बीच घूम रहे हैं। उन्होंने कहा है कि गुवाहाटी प्रेस क्लब ने हाल ही में मुख्यमंत्री से पत्रकारों से स्वास्थ्य बीमा के लिए आग्रह किया था। दूसरी तरफ जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ असम के अध्यक्ष धीरेन्द्र नाथ चक्रवर्ती और नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स इंडिया के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भूपेन गोस्वामी ने पत्रकारों के लिए स्वास्थ्य बीमा की व्यवस्था करने के लिए मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और स्वास्थ्य मंत्री डा. हिमंत विश्व शर्मा के प्रति आभार जताया है.