बिहार: स्वास्थ्य कर्मी प्रवासी मजदूरों के साथ कर रहे दुर्व्यवहार, आरोपों की होगी जांच

बिहार: स्वास्थ्य कर्मी प्रवासी मजदूरों के साथ कर रहे दुर्व्यवहार, आरोपों की होगी जांच



 दुर्गावती (बिहार), रिपोर्ट- संजय मल्होत्रा:  स्थानीय प्रखंड अंतर्गत यूपी बिहार बॉर्डर खजुरा गांव के समीप कर्मनाशा नदी पर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लगाए गए 
जांच कैंप पर स्वास्थ्य कर्मियों ने सोशल डिस्टेंसिंग का धज्जियां उड़ा दी है. बिहार से यूपी में जाने वाले प्रवासी मजदूरों का थर्मल स्क्रीनिंग एक मीटर की दूरी बनाकर किया जा रहा है वहीं यहां ठीक उल्टा हो रहा है. आरोप है कि डॉक्टरों द्वारा प्रवासी मजदूरों की भीड़ इकट्ठा कर थर्मल स्क्रीनिंग किया जा रहा है.

 क्या कहते हैं प्रवासी मजदूर:  यहां मजदूर श्यामा कांत, मंडल अमरजीत कुमार भोली पंडित श्री प्रसाद यादव नागेश्वर यादव शिवनंदन मंडल संतोष कुमार शालिग्राम पंडित आदि 
 प्रवासी मजदूरों ने बताया कि हम लोग नरेला स्वतंत्र नगर दिल्ली से साइकिल चलाते हुए यहां पहुंचे हैं फिर यहां से झालर बांका पटना जाना है. बुधवार जब हम लोगों ने यूपी बिहार बॉर्डर कर्मनाशा नदी पर पहुंचा तो थर्मल स्क्रीनिंग कर रहे डॉक्टरों के द्वारा दुर्व्यवहार  किया गया । सभी मजदूरों ने रास्ते में तीन रोज से कुछ खाने पीने को नहीं मिला है. वे रोते बिखलते हुए बताया कि बल्कि रास्ते में पुलिस का डंडा खाने को जरूर मिला है. और यहां यूपी बिहार बॉर्डर पर पहुंचने के बाद डाक्टरों के द्वारा गाली भी सुनने को मिली है. कसूर सिर्फ इतना था कि हमारी आवाज थोड़ा धीमा गति से निकला तो डॉक्टरों ने कहा जोर से बोलो. तुम कहां से आ रहे हो और कहां जाना है.  भूखे प्यासे होने की वजह से हमारी आवाज थोड़ी धीमी थी.
 उसके बाद डॉक्टरों ने गाली देनी शुरू कर दी और हम लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया गया.
थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद नाम पता लिखते हुए हाथ पर मोहर लगाकर छोड़ दिया गया.  उल्लेखनीय हो कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी को लेकर पूरे देश में लॉक डाउन के दौरान बिहार के प्रवासी मजदूर अन्य राज्यों में फंसे हुए हैं और वह अपने घर की ओर सैकड़ों की संख्या में प्रतिदिन यूपी से बिहार में प्रवेश करते हुए बॉर्डर पर देखे जा रहे हैं.
ऐसे में प्रवासी मजदूरों के साथ दुर्व्यवहार निंदनीय है और घृणित कार्य भी है.
क्या कहते हैं सदर अस्पताल प्रबंधक : इस बाबत पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि प्रवासी मजदूरों के साथ दुर्व्यवहार यह सरासर गलत है इसका जांच कर दोषी पाए जाने पर  कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.