माइक्रो फाइनेंस कम्पनियां नहीं मान रहीं सरकार व आरबीआई के निर्देश,कर्जदारों के घरों पर दस्तक दे रहे एजेंट स्वराज अभियान के नेता ने की कार्रवाई की मांग

माइक्रो फाइनेंस कम्पनियां नहीं मान रहीं सरकार व आरबीआई के निर्देश,कर्जदारों के घरों पर दस्तक दे रहे एजेंट स्वराज अभियान के नेता ने की कार्रवाई की मांग

LUCKNOW। वैश्विक महामारी से रोजगार बंद हो गए हैं। फिर भी माइक्रो फाइनेंस कंपनियां आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं से जबरन वसूली की कोशिश कर उन्हें प्रताड़ित करने में जुटी हुई हैं। यह आरोप लगाया है स्वराज अभियान के नेता अजय राय ने। उन्होंने इस संबंध में जिलाधिकारी को  एक पत्र लिख कर वसूली पर रोक लगाने की मांग की है। 
 स्थिति है कि कोविड-19 की महामारी में जब लॉकडाउन है  ऐसे समय में आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को माइक्रो फाइनेन्स लोन देने वाले आरबीआई की गाइडलाइन के विपरीत वसूली का दबाव बना रही हैं। स्वराज अभियान के नेता अजय राय ने जिलाधिकारी चन्दौली को  भेजे पत्र में कहा है कि
पूरे जनपद में कई माइक्रो फाइनेंस लोन देने वाले आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को समूह बनाकर स्वरोजगार  देने के लिए पर्सनल लोन देती हैं। फिर किस्तों के हिसाब से महिलाओं द्वारा यह पैसा जमा किया जाता है, लेकिन अब जब देश में कोविड 19 जैसी वैश्विक महामारी है और पूरा देश लॉक डाउन में है। इन सबका रोजगार बंद हैं। आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के समक्ष भूखमरी की स्थिति है। जहां सरकार ,प्रशासन और सामाजिक संस्था,सामाजिक व्यक्ति सब लोग राहत पहुंचाने में लगे हैं। यही नहीं रिजर्व बैंक आफ इण्डिया ने गाइडलाइन जारी कर सभी बैंक,उनके अधीन रजिस्टर माइक्रो फाइनेंस करने वाले को निर्देश दिया है कि आप इस समय के ईएमआई को स्थगित कर दें । लॉकडाउन के समय कोई भी ब्याज नहीं लगेगा और इस समय के किस्त का पैसा अन्त में लिया जायेगा और इकट्ठा कई किस्तों का पैसा एक साथ भी नहीं लिया जायेगा लेकिन कई जगहों से शिकायत आ रहीं हैं कि माइक्रो फाइनेंस वाले महिलाओं के यहां बैठक करके सभी का पैसा इकट्ठा कर जमा करने को दबाव बना रहे हैं। उदाहरण के रूप में आशिर्वाद माइक्रो फाइनेंस, स्वतंत्र माइक्रो फाइनेंस, बंधन बैंक आदि कंपनियां कर्जदारों के यहां फोन कर बैठक करने और इकट्ठा पैसे को जमा करने के लिए दबाव बना रहैं हैं। जबरन जगह-जगह जाकर पैसा भी वसूली कर रहे है। जबकि यहां की महिलाओं ने पैसे न जमा करने की असमर्थता व्यक्त की है।
 श्री राय ने कमजोर महिलाओं को उत्पीड़न करने वाले माइक्रो फाइनेंस कम्पनियों पर कार्यवाही की मांग की है। और कर्जदारों का उत्पीड़न कर रहीं माइक्रो फाइनेंस का रजिस्ट्रेशन रद्द किया जाए।