लखनऊ। कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश के एक बीजेपी विधायक अपनी विधायक निधि से कोरोना फंड में 25 लाख रुपये की राशि जिला प्रशासन को दी है. अब यह राशि विधायक वापस मांग रहे हैं. इनका आरोप है कि प्रशासन विधायक निधि के पैसे का सही उपयोग नहीं कर रहा है. इस पैसे का केवल दुरुपयोग हो रहा है. इस संबंध में विधायक ने एक पत्र जिला प्रशासन को लिखा हैै.
कौन है ये बीजेपी के माननीय विधायक
इस विधायक का नाम है श्याम प्रकाश. जो हरदोई जनपद के गोपामऊ से विधायक हैं. उत्तर प्रदेश के भाजपा के टिकट से चुनाव जीतकर गोपामऊ से विधायक बने हैं. भाजपा विधायक श्याम प्रकाश 25 लाख रुपये कोरोना फंड में दिया. मालूम हो कि 23 करोड़ की जनता के हित के लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्र 2020-21 की विधायक निधि को स्थगित कर दिया है. अब इस लड़ाई में उनके विधायक ही आरोपों के बीच अपना पैर खींच रहे हैं और विधायकों का अपनी निधि का पैसा वापस मांगने का सिलसिला थम नहीं हैं।
श्याम प्रकाश, विधायक निधि के पैसे क्यूं मांगा वापस इनका कहना है कि उन्होंने 25 मार्च को जिला प्रशासन को पत्र लिखकर दिया था कि
कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए उनकी निधि से 25 लाख रुपये से सेनेटाइजर, मास्क आदि दवाओं की खरीदा की जाए. इनका आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग में यह लगातार शिकायत सामने आ रही है कि सामानों के खरीद में कमीशनखोरी व भ्रष्टाचार फैला हुआ है. उनके निधि से अभी तक कोई खरीद भी नहीं की गयी. विधायक श्याम प्रकाश ने आरोप लगाया कि उनके द्वारा दी गई विधायक निधि का कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि बार-बार कहने पर भी प्रशासन द्वारा पैसों का कोई हिसाब भी नहीं दिया गया. ऐसे में विधायक ने कहा कि उनके द्वारा पूर्व में निर्गत की गई विधायक निधि की राशि को तत्काल वापस उनकी निधि के खाते में भेजा जाए ताकि इसका इस्तेमाल जनहित के अन्य कार्यों में किया जा सके. इस संबंध में विधायक ने हरदोई जिला प्रशासन को एक पत्र लिखा है और कहा कि उनके दिए गए पैसों का सही इस्तेमाल नहीं हो रहा है, जिसके चलते उनकी विधायक निधि का पैसा वापस किया जाए. पहले भी जौनपुर जनपद के विधायक मांग चुके हैं विधायक निधि वापस इससे पहले जौनपुर में भाजपा के एमएलसी सहित चार विधायकों व बसपा की एक विधायक ने सीडीओ को पत्र लिखकर निधि की धनराशि का उपयोग करने से मना कर दिया था. इनमें सदर विधायक गिरीश चंद्र यादव व एमएलसी बृजेश सिंह प्रिंसू ने सीएमएस व जिला अस्पताल को निधि का पैसा आवंटित किया था, जबकि शेष आठ विधायकों ने अपने विधानसभा क्षेत्रों में सीएचसी पर उपकरण के लिए सीएमओ को राशि दी थी। वहीं, कोरोना संकट को देखते हुए सरकार ने विधायक निधि के साथ ही विधायकों के वेतन में 30 फीसदी कटौती का फरमान जारी किया था. इस आदेश के बाद पांच जनप्रतिनिधियों ने सीडीओ को पत्र भेजकर धनराशि खर्च न करने की बात कही थी. किस विधायक ने कितनी दी थी
भाजपा एमएलसी विद्यासागर सोनकर ने एक करोड़, बदलापुर के भाजपा विधायक रमेश चंद्र मिश्रा ने 23 लाख, केराकत के भाजपा विधायक दिनेश चौधरी ने 10 लाख मुंगराबाद शाहपुर की बसपा विधायक सुषमा पटेल ने पांच लाख व जफराबाद के भाजपा विधायक डॉक्टर हरेंद्र प्रसाद सिंह ने 10 लाख रुपए दिए थे. फिलहाल सभी ने सीडीओ को पत्र भेजकर निधि की जारी धनराशि के आदेश को निरस्त करने के लिए कहा है. क्या कहते हैं हरदोई के डीएम पुलकित खरे हरदोई के डीएम पुलकित खरे कहते हैं कि, इस संबंध में उनकी सीडीओ निधि गुप्ता से बात हुई है। उन्होंने बताया कि सैनिटाइजर और मास्क की इन दिनों खासी किल्लत है। जेल से प्रतिदिन बनने वाले 800 मास्क और एक स्वयं सेवी संस्था के द्वारा प्रतिदिन 1000 मास्क बनाए जाते हैं। इसके अलावा हरियावां शुगर मिल से सैनिटाइजर की खरीद की जा रही है। और भी कई विधायकों ने अपनी निधि से फंड दिया है। लेकिन सामान पर्याप्त मात्रा में न मिल पाने की वजह से अभी तक इस निधि से कोई खरीदारी नहीं की जा सकी है। हालांकि ऑर्डर बरेली और मुरादाबाद में दिया गया है।