Lucknow, पूर्वांचल न्यूज प्रिंट। केंद्र व यूपी की सरकार जब तीर्थ यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों को घर पहुंचाने की व्यवस्था कर सकती हैं तो प्रवासी मजदूरों जो बहुत से शहरों में लॉकडाउन में फसें हैं उनको या तो सरकार भोजन का समुचित प्रबंध करें या उनको सुरक्षित घर वापसी की व्यवस्था करें। स्वराज अभियान के नेता व मजदूर किसान मंच के प्रभारी अजय राय ने बताया कि चन्दौली जनपद के कई साथी जो मुम्बई, बेल्लारी, सूरत सहित कई शहरों में फसें हैं और भूख से जूझ रहें हैं। जबकि सरकारी राहत उन शहरों में उनको नहीं मिल रहा हैं। उनकी फोन द्वारा जानकारी लिए जाने के बाद सरकार से मांग किया है और मजदूरों की मदद के लिए यूपी सरकार को पत्र लिखा है।
आगे श्री राय ने बताया कि उत्तर प्रदेश के सरकार द्वारा दो मोबाइल नंबर जारी किए गए हैं। एक नितिन रमेश गोकर्ण का मोबाइल नंबर- 9968885979 और दूसरा एसबी शिरोडकर IPS का मोबाइल नम्बर 9454400177 है। इन दोनों नंबरों पर जब पीड़ित शख्स संपर्क करता है। तब यह नम्बर काम नहीं करता है। उन्होंने मांग किया है कि अधिकारीगण को मुम्बई में फसें मजदूरों की मदद के लिए लगाया जाए है। जारी किए गए मोबाइल नम्बर लगातार व्यस्त बताता हैं और इस वजह से मजदूरों को कोई मदद नहीं मिल पा रहा हैं।
उन्होंने कहा कि चकिया के उतरौत के तबरेज़ आलम मुम्बई में कई लोगों के साथ पुरानी चकिया के इस्लाम सहित तमाम गाँव के लोग कई जगह फसें हैं। राशन पैसा खत्म हो गया हैं और परेशान हैं। कई-कई दिनों तक फाका-कशी कर रहें है लेकिन सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिल पा रहा हैं। वे लोग योगी सरकार के नियुक्त अधिकारी के फोन पर लगातार फोन कर रहें हैं लेकिन फोन नहीं लग रहा है! आरोप है कि जो प्रवासी मजदूर पैदल चल कर आ भी रहें हैं उनको सुरक्षित क्वारांटाइन कर भोजन की व्यवस्था करने में घोर लापरवाही हो रही हैं। उनकी विधिवत जांच कर घर पहुंचाने की जगह प्रवासी मजदूरों पर दमनचक्र चलाया जा रहा हैं जो तत्काल बंद होना चाहिए। जबकि सरकार कहती है कि वेतन व नौकरी में कटौती नहीं होगी, लेकिन हो रहा है ठीक उल्टा। नौकरी व वेतन में कटौती तो हो ही रहीं है बकाया मजदूरों की मजदूरी तक नहीं मिल रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि एक तरफ तो कोरोना योद्धा सफाई कर्मचारियों को फूलों की बरसात कर हौसला बढ़ाने की बात होती हैं वहीं किसी कारण से वह काम पर नहीं पहुंचे तो उनके वेतन में कटौती की जा रहीं हैं। उनको सरकारी सुविधाओं को देने भी हिलाहवाली किया जा रहा हैं।चकिया नगर पंचायत में की जा रहीं इस दमनकारी कार्यवाही को लेकर उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा गया है।