Lucknow, पूर्वांचल न्यूज प्रिन्ट।कोरोना वायरस संक्रमण के बीच में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की पुलिस ने इंसानियत की एक नई इबारत लिख दी है। योगी पुलिस के कार्यों से अभिभूत हर शख्स खाकी के कसीदे काढ़ रहा है। इसी कड़ी में पुलिसकर्मियों ने एक बेसहारा महिला के शव को कंधा देकर श्मशान घाट तक पहुंचाया।
देश के साथ प्रदेश की कोरोना वायरस के संक्रमण के कहर से हर कोई परेशान हैं। फिर भी इस कठिन घड़ी में अपना घर-परिवार छोड़कर ड्यटी में लगी पुलिसकर्मी उन जाहिलों को आइना दिखा रहे हैं, जो कि उनके ऊपर पथराव करने में लगे रहते हैं। अजीब हाल है लोगों की यूपी में सरकारी कर्मियों पर कोरोना वायरस के संक्रमण के दौर में भी पथराव हो रहे हैं, फायरिंग हो रही है और तो और कहीं पर तो लाठी-डंडे भी चल रहे हैं। इनके बीच भी खाकी अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हट रही है। ऐसी बीच ताजा मामला उत्तर प्रदेश को हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड के बार्डर से जोडऩे वाले सहारनपुर जनपद का है। जहां पर खाकी का मानवीय चेहरा देखकर हमें गर्व होगा। यहां महिला की हुई मौत तो खाकी ने उसकी शव यात्रा को अपना कंधा दिया। एसएसआई दीपक चौधरी, सिपाही गौरव और विनोद ने बेटे का फर्ज निभाते हुए महिला को कंधा दिया। थाना बडगांव के किशनपुर में एक अनाथ दलित श्रीमती मीना की मृत्यु होने पर पुलिस टीम के एसएसआई दीपक चौधरी, कॉन्स्टेबल गौरव कुमार तथा विनोद कुमार ने घर से शव को शमशान घाट पर ले जाकर अंतिम संस्कार किया। पुलिस ने गांववालों के सहयोग से महिला का अंतिम संस्कार किया। इस दौरान भी पुलिस की पूरी टीम ने फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ ही अपनी सुरक्षा का ध्यान भी रखा। बडग़ांव कस्बे के गांव किशनपुरा निवासी हरिया की विधवा 55 वर्षीय मीना मजदूरी से गुजर बसर करती थीं, लेकिन लॉकडाउन के चलते उसके सामने दिक्कत खड़ी हो गई। वह बीमार भी पड़ गईं। मंडलायुक्त संजय कुमार के आदेश पर बडग़ांव पुलिस भोजन लेकर महिला के पास पहुंची। एसएसआई दीपक चौधरी ने बीमार बेसहारा एक महिला मीना को अपने हाथों से खाना खिलाकर इलाज के लिए सरकारी अस्पताल भिजवाया था। कोई रिश्तेदार न होने के कारण इनको सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुलिस की गाड़ी ही ले गई थी। उपचार के दौरान 55 वर्षीय मीना की मृत्यु हो गई।
मौत की सूचना पर पुलिस का मानवीय स्वरूप सामने आया जब शव को कंधा देकर श्मशान घाट तक पहुंचाया। मुखाग्नि गांव के नरेंद्र ने दी।