Isha, Nasruddin,Kamruddin, Bablu,Abul,Hasan,Buddhu,Qayyum, Belal, Gulam सभी सिकंदरपुर चकिया के हैं, इनकी स्थिति ठीक नहीं है। समाज में तीन तरह के लोग हैं एक मज़दूर, दूसरे मलिक (पावरलुम या हथकरघा चलाने वाले और तीसरे व्यापारी हैं | इसमें जो मिडिल क्लास के लोग हैं। वे खुलकर किसी से कुछ सहयोग नहीं ले पा रहे हैं। ऐसे लोगों की स्थिति अब बहुत ही नाजुक हो गई है। स्वराज अभियान के नेता अजय राय ने उत्तर प्रदेश सरकार एवं केन्द्र की सरकार से माँग किया है कि जिस तरह से किसानों के लिए सरकार जो सहूलियत देने का एलान किया है उसी तरह से कुछ शर्तों के साथ और लॉकडाउन को देखते ही बुनकरों के लिए भी दी जाए। उनको भी ताना-बाना की दुकान को खोलने की अनुमति देना आवश्यक हो गया है। ताकि लोग ताना बाना खरीद सके और अपने करोबार को चालू कर पाएं। अगर ऐसा होता हैं तो बुनकर समाज के आगे जो संकट हैं उसमें कुछ हद तक कमी आएगी और साथ ही साथ सरकार से यह माँग करते हैं कि बुनकरों की तीन महीनें की बिजली का बिल माफ करें ताकि लॉक डाउन के बाद उन लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। हर बुनकर को 5 हजार सहायता राशि देने की मांग की है। जिससे की मिडिल क्लास के लोगों की जिंदगी का गुजर बसर हो सके। उनमें आई परिस्थितियों को बर्दाश्त करने की शक्ति उत्पन्न हो। स्वराज अभियान के नेता अजय राय ने यूपी सीएम को पत्र लिखकर चन्दौली समेत पूर्वांचल के बुनकरों की आर्थिक मदद करने की मांग उठाई है।
UP सीएम योगी को लिखी चिट्ठी, स्वराज अभियान के नेता ने बुनकरों के लिए आर्थिक पैकेज देने की मांग की
4/24/2020 04:47:00 pm
चन्दौली। कोविड-19 की महामारी की वजह से लॉक डाऊन के दौरान उत्तर प्रदेश के चन्दौली जनपद के सतपोखरी, सिकन्दर पुर,पड़रिया आदि गांवों समेत पूरे पूर्वांचल में बुनकर समाज के लोगों के आगे भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है। पिछले महीनों से पावरलूम एवं हथकरघा दोनों बन्द पड़े हैं। रोज़ कमाने और खाने वाले लोगों के घरों के चूल्हे अब बुझने लगे हैं। उनके यहां अब दो चार दिन के ही राशन बचे हैं। ये बुनकर Maqbul
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