◆ मजदूर किसान मंच के नेता अजय राय ने अपने आवास पर किसानों के सवालों पर दिया धरना ◆ कहा- सहकारी खेती ही आत्मनिर्भर भारत का एक मात्र विकल्प
◆प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजा जाएगा ईमेल व मांग पत्र
Purvanvhal News Print चन्दौली: केंद्र की मोदी सरकार व यूपी की योगी सरकार अगर सचमुच में किसानों की समस्याओं के प्रति गंभीर है तो उसे सबसे पहले सहकारी खेती को मजबूत करने के लिए मदद करनी चाहिए. यहां तभी विकास, रोजगार सृजन और आत्म निर्भर भारत बनाने का रास्ता बन सकता है.
आज किसानों के मुद्दे अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति के 27-28 मई के राष्ट्रीय विरोध दिवस के अवसर पर लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए मजदूर किसान मंच के प्रभारी अजय राय ने अपने आवास पर ही धरना देते हुए व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि किसानों के सभी कर्ज माफ करने के साथ ब्याज मुक्त कर्ज देने की गारंटी की नीति बनानी पड़ेगी. उन्होंने सस्ती लागत सामग्री उपलब्ध कराने, पचास गुना ज्यादा दाम पर सरकारी खरीद की गारंटी, मनरेगा में सालभर काम और 6 सौ रूपया मजदूरी, प्रवासी मजदूर समेत हर मजदूर व किसान को तत्काल नकद और राशन किट देने, प्रवासी मजदूरों की निःशुल्क वापसी की गारंटी, प्राकृतिक आपदा तूफान, ओलावृष्टि आदि से प्रभावित किसानों को मुआवजा, वनाधिकार कानून में पट्टा देने, सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं बहाल करने और किसान विरोधी बिजली संशोधन बिल 2020 वापस लेने जैसे तमाम सवालों को लेकर देशभर के दो सौ से ज्यादा किसान संगठनों की अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के 27 व 28 मई के राष्ट्रीय विरोध मनाया है, जिसमें मजदूर किसान मंच भी शामिल हुआ है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार से किसान लगातार अपने सभी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य सी-2 के अनुसार 50 फीसदी की घोषणा करने की मांग कर रहें लेकिन सरकार चुप्पी साध ली है वहीं पूर्व में सरकार द्वारा घोषित भारी भरकम राहत पैकेज छलावा साबित हुआ है. इसलिए आज "किसान बचाओं - देश बचाओ दिवस " के मौके पर किसानों की तरफ से खुला पत्र जारी किया जा रहा हैं.
उन्होंने बताया कि चंदौली जिलों में कई जगहों पर विरोध कार्यक्रम किए जा रहें है और लॉकडाउन के निर्णयों का पालन करते हुए प्रशासनिक अधिकारियों के माध्यम से कल विरोध दिवस के अन्तिम दिन प्रधानमंत्री को खुला पत्र भेजा जायेगा. चन्दौली के उतरौत में तबरेज़ आलम, बरहुआ में अखिलेश दूबे, बलिया कला में अमर बहादुर चौहान, सैदुपुर में राममुरत पासवान ने अपने आवास पर ही धरना दिया.