गोवा ग्रीन जोन में फिर लौटी यहां की मौज मस्ती, दुकानें खुलने से रोज कमाने खाने वाले खुश

गोवा ग्रीन जोन में फिर लौटी यहां की मौज मस्ती, दुकानें खुलने से रोज कमाने खाने वाले खुश

गोवा, पूर्वांचल न्यूज प्रिंट: कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लॉक डाउन के बीच चार मई से तीसरे चरण के शुरू हो चुके लॉक डाउन में गोवा को ग्रीन में शामिल होने से यहां सभी माल, छोटे बड़े दुकानों के साथ शराब की दुकानें भी खुल गई हैं. यहां की मौज मस्ती फिर लौट आयी है. गृह मंत्रालय द्वारा जारी की गई गाइड लाइन के बाद पणजी में सोमवार से दुकानें खुल गई हैं. यहां सैलून खोलकर अपनी जीविका चलाने वाले दुकानदार अशोक ने बताया कि हम सभी ग्राहकों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के बाद ही उनकी बाल-दाढ़ी और मसाज करते हैं. दुकानदार अशोक ने गोवा के ग्रीन जोन में होने से काफी खुश है. वह कहता है कि हम अपनी दुकान को खोलने के साथ ही सेनीटाइज भी करते हैं. यह कार्य रोज करेंगे.  दुकान खोलने से कमाई शुरू हो गई है जिससे वे अच्छे ढंग से उसका परिवार खा पी सकेगा. केंद्र सरकार ने गोवा को पूरी तरह से कोरोना संक्रमण मुक्त कर दिया है. यह  राज्य अब ग्रीन जोन में घोषित हो गया है. जिससे यहां की सारी दुकानें खुल चुकीं है.  चारों तरफ चहल पहल शुरू हो गया है.  यह राज्य पर्यटकों का  है. 
इस राज्य की सबसे अधिक कमाई शराब से होती है. मगर लोगों का कहना है कि जब तक बाहर से शराब और बियर का आयात नहीं होगा तब से यहां की दुकानों में महंगी शराब से कहां से आएगा.  गोवा में शराब की खपत अधिक होती है. यहां आने वाले पर्यटकों में 70% शराब की खपत होती है जबकि 30% की यहां के स्थाई ग्राहक हैं. गोवा लीकर ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष दत्त प्रसाद नाइक कहते हैं कि शराब के आउटडोर आज से खुल जाएंगे, मगर सही संचालन तभी होगा. जब उनके पास स्टाक भी होगा. यहां अगले 8 -10 दिन के ही स्टॉक हैं. हालांकि व्हिस्की के कुछ ब्रांड यहां बनाए जाते हैं लेकिन शराब के उत्पाद के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सारी जरूरतों के सामान अन्य राज्यों से लाया जाता है. यहां उत्तर प्रदेश से शराब बनाने के  सारे सामान मंगवाया जाते है.
 जहां लॉक डाउन में अभी स्थिति ठीक नहीं है.इस लिए गोवा सरकार को दूसरे राज्यों व अन्य जगहों से शराब की आपूर्ति की व्यवस्था करनी पड़ेगी.