● माकपा कार्यालय पर आयोजित विरोध
कार्यक्रम में स्वराज अभियान व किसान मंच के नेता अजय राय ने कहा , "मौसम की मार और लॉकडाउन
कार्यक्रम में स्वराज अभियान व किसान मंच के नेता अजय राय ने कहा , "मौसम की मार और लॉकडाउन
के प्रहार से व्यथित किसानों के उत्पादन की उचित मूल्य पर खरीद की गारंटी करे भाजपा सरकार "●
चकिया (चन्दौली): वैश्विक महामारी कोरोना के बहाने सरकार देश में तानाशाही थोपना चाहती है. कोरोना से निपटने में केन्द्र और उत्तर प्रदेश सरकार की अदूरदर्शिता, लॉक डाउन को मनमाने और बचकाने तरीकों से लागू करने से जनता का बहुमत संकटों से घिर गया है. उक्त बातें सोमवार को चकिया में लॉकडाउन के नियम को पालन करते हुए विरोध कार्यक्रम में माकपा के पूर्व विधायक दीनानाथ यादव ने बोलते हुए कही.
उन्होंने कहा कि प्रदेश के मजदूरों और प्रवासी मजदूरों की तो सरकारों ने दुर्गति करके रख दी है. आम जनता को इस संकट से उबारने के लिये संजीदा प्रयास करने के बजाय सरकारें संकट का भार आमजनों खास कर मजदूरों पर थोप रही हैं. अफसोस है कि इस संकट काल में भी भाजपा और उसकी सरकारें सांप्रदायिक कार्ड खेलने से बाज नहीं आ रहीं. इससे संकट और भी गहरा हो गया है. पुलिस का कहीं-कहीं मानवीय चेहरा दिख जाता है परंतु शेष मामलों में वह दमन की पर्याय बन कर रह गयी है.
मजदूर किसान मंच के प्रभारी अजय राय ने कहा कि मजदूरों, किसानों, लघु उद्यमियों, व्यापारियों और आमजन को तत्काल कदम उठा कर संकट से निकाला न गया तो देश और उत्तर प्रदेश की जनता को अभूतपूर्व हानि उठानी पड़ सकती है.
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार और उत्तर प्रदेश की सरकार ने पहले से महंगे दामों में बिक रहे डीजल और पेट्रोल की कीमतों में भारी वृद्धि कर दी है, जिसका उद्योग, व्यापार और खेती पर प्रतिकूल असर पड़ेगा और महंगाई और भी बढ़ जायेगी. केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा की गयी वृद्धि तत्काल वापस ली जायें. कम से कम आधी की जाय. महामारी का सारा बोझ आम जनता पर डालना बन्द ,होना चाहिए. और अमीरों पर अधिक टैक्स लगाया जाये.उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा श्रम क़ानूनों को 3 साल के लिये रद्द करने और काम के घंटे बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. यह लाक डाउन से लुटे-पिटे मजदूरों पर आज़ादी के बाद का सबसे बड़ा हमला है. इन कदमों को अविलंब वापस लिया जाये।.
अंत में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम मेल से ज्ञापन भेजा गया.
लॉकडाउन के नियम का पालन करते हुए माकपा के जिला सचिव राम अचल यादव, किसान नेता शम्भू नाथ यादव, आदिवासियों के नेता रामदुलारे वनवासी शामिल रहें .