Purvanchal News Print, लखनऊ: दिल्ली से उत्तर प्रदेश के लिए रोजाना चार ट्रेनें चलाने पर सहमति बन गई है. बाद में ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा सकती है. खबर है कि योगी सरकार ने गाजियाबाद, नोएडा व सहारनपुर से भी ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है. यूपी से बिहार के लिए भी ट्रेनें चलनी शुरू होगी.
पूर्व के फैसले को बदलते हुए योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से चलवाई जाने वाली सभी ट्रेनों में प्रवासी श्रमिकों का पूरा किराया खुद वहन करेगी. किसी भी श्रमिक को कोई भी समस्या हो तो वह मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर 1076 पर शिकायत दर्ज करा सकता है. इन शिकायतों का समुचित निवारण कर उसकी मुसीबतें कम कर सके.
इसकी जानकारी देते हुए प्रमुख सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि देश में दूसरे राज्यों से सर्वाधिक प्रवासी कामगार उत्तर प्रदेश में आए हैं. प्रदेश में अब तक 318 ट्रेनों से 3,84,260 प्रवासी कामगार एवं श्रमिक के आंकड़े हैं.
पिछले दिनों उन सभी प्रवासी कामगार एवं श्रमिकों को मेडिकल स्क्रीनिंग के बाद अनाज देकर होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा गया.
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि गोरखपुर में 49 ट्रेनों से 52,069, लखनऊ में 34 ट्रेनों से 39,905, प्रयागराज में 16 ट्रेनों से 19,992, जौनपुर में 18 ट्रेनों से 22,811, बलिया में 12 ट्रेनों से 14,968, वाराणसी में 13 ट्रेनों से 15,189, आगरा में 4 ट्रेनों से 4,833, कानपुर में 7 ट्रेनों से 8,533 प्रवासी कामगार एवं श्रमिक आए हैं. वर्तमान में प्रदेश के 45 रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनें आ रही हैं. गुजरात से 174, महाराष्ट्र से 51, कर्नाटक से 12, पंजाब से 59 ट्रेनें आ चुकी हैं. योगी सरकार ने मजदूरों के ट्रेन किराये के स्वतः भुगतान पर खुशी व्यक्त किया है.