कैबिनेट मंत्री के मां का हुआ बलुआ घाट पर दाह संस्कार

कैबिनेट मंत्री के मां का हुआ बलुआ घाट पर दाह संस्कार

                                                                                                                                                                                          By-Shriram Tiwari,  चन्दौली/लखनऊ: योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री व शिवपुर के विधायक अनिल राजभर की 75 वर्षीय माता फुला देवी का शुक्रवार को सायंकाल 4:00 बजे निधन हो गया था. आज शनिवार को चन्दौली जनपद के बलुआ घाट पर  उनका दाह संस्कार किया गया. कैबिनेट मंत्री ने खुद माता को मुुखाग्नि दी.                                                                                           कैबिनेट मंत्री के मां के निधन की खबर लगते ही उनके शुभ चिंतकों, सगे संबंधियों व पार्टी जनों में शोक की लहर दौड़ गई. आज शनिवार को सुुुबह तकरीबन 9 बजे सकलडीहा स्थित पैतृक आवास से उनका पार्थिव शरीर बलुआ घाट पर  अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया. जब उनकी मां की अंत्येष्टि बलुआ घाट के लिए रवाना हुई तो साथ चलने के लिए लोगों का तांता लग गया. अंत्येष्टि में कई गणमान्य लोगों के साथ भाजपाजन भी शामिल हुए.                                                                                                       
                                                                                                                           इसके पूर्व उनके आवास पर उनकी माता का पार्थिव शरीर लोगों के दर्शनार्थ रखा गया था. इस दौरान लोगों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. बता दें कि कैबिनेट मंत्री की माता का उपचार लखनऊ स्थित एक चिकित्सालय में चल रहा था. कैबिनेट मंत्री ने पार्थिव शरीर को अपने मातृ भूमि सकलडीहा में लाने का निर्णय लिया. उनका पार्थिव शरीर कल देर रात्रि तक सकलडीहा पहुंच गया था. फिर शनिवार को सुबह 9:00 बजे सकलडीहा आवास से कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर की माताजी का दाह संस्कार के लिए बलुआ स्थित पश्चिम वाहिनी गंगा घाट ले जाया गया.
                                                        कैबिनेट मंत्री के पिता स्व.रामजीत भारद्वाज भी दो बार विधायक रह चुके हैं. जिनका साथ पहले ही बिछड़ चुका है. पिता की मौत के बाद राजनीति में ही आगे बढ़ने के लिए जन सेवा के भावना से कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर पिता के अधूरे कार्यों को मुकाम तक पहुंचाने में जुटे हुए हैं. जिसके प्रतिफल में आज प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री है.