एक हैंडपंप के सहारे सौ घर की बस्ती, पेयजल की टंकी तक नहीं

एक हैंडपंप के सहारे सौ घर की बस्ती, पेयजल की टंकी तक नहीं


◆ मजाक बनी दुर्गावती में सात निश्चय योजना 

By: Sanjay Malhotra

दुर्गावती:  थाना अंतर्गत ग्राम खजुरा कॉलोनी जहां दलित बस्ती के लोगों को बिहार सरकार द्वारा 40 वर्ष पूर्व 40 लोगों को इंदिरा आवास दिया गया था, लेकिन अब यहां की आबादी 40 घर से बढ़कर 100 घर के करीब हो गई है.

                                                             वहीं दूसरी तरफ सरकार के द्वारा चलाई जा रही महत्वपूर्ण योजना सात निश्चय योजना की बनी पेयजल टंकी तक नहीं है. जिससे जग जाहिर होता है कि दुर्गावती में बिहार सरकार के सात निश्चय योजना हवा-हवाई साबित नजर आ रही है.

                                                           बता दें कि एक सौ घर की बस्ती में दो हैंडपंप सरकार के द्वारा लगाया गया था.जिसमें एक हैंडपंप एक वर्ष से खराब हो चुका है.                                        जहां एक ही चापाकल के सहारे दलित बस्ती के लोग पानी पीते हैं. लोगों की मुसीबत तो तब बढ़ जाती है, जब शाम ढलते ही एक ही चापाकल पर गांव के महिलाएं बुजुर्ग लोगों का जमावड़ा लग जाता है.                                                                              स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि एक ही चापाकल होने के कारण गांव के लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है. जब चापाकल बिगड़ जाता है तो पानी के लिए अफरा-तफरी मच जाता है.                                       इस गांव से 100 मीटर की दूरी पर नेशनल हाईवे सड़क किनारे होटलों से ग्रामीण पानी लेकर अपनी प्यास बुझाते हैं. 

                                                           क्या कहते हैं पीएचडी विभाग:  जेई दीपक कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि बहुत जल्द चापाकल का मरम्मत कर उसे चालू किया जाएगा.

                                                           क्या कहते हैं प्रखंड विकास पदाधिकारी:  प्रशांत कुमार प्रसून से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि किस वार्ड में वह 100 घर की बस्ती पड़ती है. इसका जांच करा कर जल नल के तहत पानी टंकी लगवाया जाएगा.