कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति पर कितनी धनराशि शासन से प्राप्त हो रही है, उसे सार्वजनिक करें जिला प्रशासन: अजय राय

कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति पर कितनी धनराशि शासन से प्राप्त हो रही है, उसे सार्वजनिक करें जिला प्रशासन: अजय राय


प्रतीकात्मक फोटो


चकिया / चन्दौली:  कोरोना पॉजिटिव मरीज के ऊपर खर्च राशि व कोरोना रोकथाम के नाम पर हो रहे व्यौरे को जिला प्रशासन सार्वजनिक करे. इसके लिए चन्दौली जिलाधिकारी को पत्र लिखकर स्वराज अभियान के नेता अजय राय ने यह मांग की है.
 उन्होंने यह भी मुद्दा उठाया है कि ऐसी शिकायतें अखबार व कोरोना पॉजिटिव मरीज से मिल रही है कि चार दिन में ही बिना समुचित इलाज किए उनको घर भेज दिया जा रहा है. इस हालात में यह आंशका लोगों के बीच बनती जा रही है कि कोरोना पाजिटिव व्यक्ति को कुल कितनी धनराशि शासन से प्राप्त हो रही हैं. इस पर जिलाधिकारी चन्दौली को स्पष्ट करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जांच कराने पर निकल रहा कोविड पॉजिटिव जबकि उन्हें ऐसा कोई लक्षण न रहता है. आलम यह है कि कोविड सेंटर में न तो काढ़ा मिल रहा है, वहाँ सिर्फ एक गैस की दवा, एक विटामीन, एक कैल्सियम की टैबलेट, दिनभर में दो चाय, एक बार नास्ता, दो बार भोजन मिल रहा है. यह जानकारी covid-19 सेंटर से लौटे मरीज दे रहे हैं , साथ यह भी  जानकारी दे रहे हैं कि परिवार वाले को अभी तक कोई राहत पैकेज नहीं पहुंचा है. श्री राय ने कहा कि यह नहीं समझ में आ रहा हैं कि पांच-छ दिन में यही दवा चलने पर वह कोविड पॉजिटिव मरीज की रिपोर्ट निगेटिव कैसे आ जा रहा है. कहीं आपदा में भी अवसर तो नहीं तलाशा जा रहा है. सच तो यह है कि जांच की बातें दीगर, खाने-पीने व रहने की मानक के अनुसार व्यवस्था नहीं की जा रही है. इसकी सभी शिकायत कर रहे हैं तथा कोरोना मरीजों हेतु प्राप्त सरकारी धनराशि के खर्च में गड़बड़ी के भी बातें सुनने में आ रही हैं. उन्होंने कहा है कि एक कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के इलाज, भोजन व देखभाल के लिए शासन से कुल कितनी धनराशि प्रति व्यक्ति प्राप्त हो रही है तथा एक कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति को कोविड अस्पताल में क्या-क्या भोजन और दवाएं दी जा रही है तथा प्रतिदिन एक पॉजिटिव व्यक्ति पर कितना खर्च किया जा रहा है.
इसे सार्वजनिक किया जाय और एक कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति जब पॉजिटिव मिलता है तो उसके घर व घर के आस-पास की साफ सफाई व दवा छिड़काव पर तथा सैनिटाइजेशन पर कितना खर्च किया जा रहा है. कितनी धनराशि शासन से मिल रहा है तथा एक करोना पॉजिटिव व्यक्ति के घर के आस-पास  बांस बल्ली लगाने पर कितना खर्च किया जा रहा है. कितनी धनराशि शासन से मिल रही है यह बात सार्वजनिक होनई चाहिए. उन्होंने पूछा कि यह बताने का कष्ट करें कि जो व्यक्ति को सरकारी क्वारन्टीन सेंटर में रखे जा रहे हैं, उन पर प्रतिदिन कितना खर्च किया जा रहा है. उन्होंने मुगलसराय के महेश कुमार की मौत की  जांच किये जाने की मांग की ताकि तमाम तरह की चर्चा पर विराम लग सके.