मुखिया ने पांच साल सीखने में गंवाया गलियां नहर में तब्दील

मुखिया ने पांच साल सीखने में गंवाया गलियां नहर में तब्दील

फोटो pnp:खजुरा गांव की गली में जल जमाव 


दुर्गावती (कैमूर): प्रखंड अंतर्गत ग्राम  खजुरा की दलित बस्ती के गलियों में जलजमाव हो जाने के कारण ग्रामीणों को रास्ता चलना मुश्किल हो गया है. बारिश का मौसम हो या गर्मी का गांव के सभी घरों का पानी गलियों में ही बहता है. नाला का निर्माण नहीं होने के कारण आए दिन जलजमाव लगा रहता है. वहीं बरसात के मौसम में गलियों में गंदा पानी के निकास की व्यवस्था ठीक नहीं होने से जल जमाव की वजह से नरह में तब्दील होती जा रही हैं.                                       क्या कहते हैं खजुरा के ग्रामीण :  नेता मिथुन कुमार, सत्यनारायण राम, विकास कुमार, मुकेश राठौर, राकेश राम, लाल बहादुर राम, सुमंत कुमार, गुड्डू कुमार, प्रमोद कुमार, नरेश राम आदि ने बताया कि खजुरा गांव की दलित बस्ती में जल निकासी के लिए आज तक नाला नहीं बन पाया है. जिससे ग्रामीणों को विशेष कर बारिश के मौसम में घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. खजुरा पंचायत में जितने भी प्रतिनिधि मुखिया बनकर आते हैं वह लोग पांच साल सीखने में ही समय बिता देते हैं.खजुरा पंचायत में विकास का कार्यलटका रह जाता है. इस दलित बस्ती के ग्रामीणों ने कई बार मुखिया व सरपंच से बरसात का पानी निकास के लिए नाला बनाने का गुहार कई बार लगाया गया था. लेकिन आज तक नाला नहीं बन पाया है.  जिसके कारण इस गांव की गलियों में कीचड़ व जलजमाव लगा रहता है. चुनाव जीतने से पहले प्रतिनिधि विकास करने की बात करते हैं और चुनाव जीतने के बाद 5 साल सीखने में समय गवां देते हैं, और नहीं हो पाता है पंचायतों में विकास का कार्य. जिसका जीता जागता उदाहरण खजुरा दलित बस्ती में दिखाई दे रहा है. प्रतिनिधि सब कुछ जानते हुए भी मूकदर्शक बने हुए हैं और आगामी चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे है. इसका जवाब आने वाला चुनाव में ही जनता देगी.                        रिपोर्ट:संजय मल्होत्रा