गरीबों की बढ़ी भुखमरी सरकार क्यूं है मौन: राम एकबाल राम

गरीबों की बढ़ी भुखमरी सरकार क्यूं है मौन: राम एकबाल राम

 

DURGAVTI,बिहार से Sanjay Malhotra की Report-                                                                          Purvanchal News Print, 7July 2020: लॉक डाउन  होने के बाद विभिन्न राज्यों से वापस लौटे बिहार के मजदूर वर्ग के सामने भुखमरी की स्थिति बढ़ गई है. कहीं भी काम धंधा नहीं चल रहा है. गरीबों की आवाज उठाने वाले कोई नेता भी दिखाई नहीं दे रहा हैं.                                                                          इस विषम परिस्थिति में ऑल इंडिया रेलवे शू शाइन वर्क्स यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संस्थापक सह लोकसभा प्रत्याशी सासाराम सह आम आदमी पार्टी के अनुसूचित जाति जनजाति बिहार प्रदेश अध्यक्ष माननीय राम एकबाल राम मंगलवार को जूता पॉलिश करने वाले यूनियन के  गरीब वर्ग से भेंट किया. असंगठित कामगारों की यूनियन जूता पालिश कामगारों के साथ सासाराम के खिलनगंज रविदास मंदिर में यूनियन के सदस्यों से मुलाकात कर मदद का भरोसा दिया.                                         उनकी समस्या सुनी और गरीबों के सामने भुखमरी जैसी समस्याओं के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखा और गरीबों के सामने उत्पन्न इस स्थिति को देखते हुए न्याय दिलाने की मांग की है.                       क्या कहते हैं बूट पॉलिश करने वाले गरीब:  जनईया पासवान, कुबेर पासवान, अर्जुन राम, गूगली पासवान , जनार्दन सेवा डे आदि ने बताया कि सभी गरीब स्टेशनों पर बैठकर जूता पालिश करते हैं.                                     लेकिन इस लॉक डाउन की स्थिति में जूता पॉलिश करना भी बंद हो गया है.और ना तो घर में खेती है और ना ही राशन कार्ड है. कैसे होगा परिवार का भरण पोषण. दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए दर- दर की ठोकर खाना पड़ रहा है ।
यही नहीं बल्कि दूसरी तरफ बिजली बिल भी भरने के लिए घर में एक रुपए नहीं है.
और बच्चों को दूध खरीदने के लिए मोहताज हैं.
इस संक्रमण काल में जूता पालिश करने वाले कामगारों की आर्थिक मदद करने वाले कोई सामने दिखाई नहीं दे रहा है.