जब जल नहीं रहेगा तो जीवन कैसे चलेगा ? डॉ.अभय कुमार श्रीवास्तव

जब जल नहीं रहेगा तो जीवन कैसे चलेगा ? डॉ.अभय कुमार श्रीवास्तव

   
pnp फोटो: बैठक में चन्दौली के अधिकारीगण
                                                                                                                                ◆ 22 जुलाई तक चलेगा भूगर्भ जल संरक्षण सप्ताह                                            अधिकारियों ने कहा- जल  हेतु जन आन्दोलन की है ज़रुरत

चंदौली (उत्तर प्रदेश),  Purvanchal News Print : मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 अभय कुमार श्रीवास्तव ने विकास भवन के सभागार में आयोजित 16 से 22 जुलाई, 2020 तक भूजल सप्ताह की बैठक में आम जनता से अपील करते हुए कहा कि जल ही जीवन है जब जल नही रहेगा तो जीवन कैसे चलेगा. सरकार तो भरपूर प्रयास कर रही है, पर जब तक जन सहयोग नही होगा, जन आन्दोलन नहीं होगा, और एक-एक कड़ी जुड़ेगी तब तक हम जल संकट से उबर नहीं सकते है.
                                                           आज हम नहीं चेते तो कल पछतायेंगे: उन्होंने कहा कि जब तक हर कोई आज न चेता तो कल हमें तथा हमारी पीढ़ी को पछताना होगा .भूगर्भ जल को संरक्षण एवं रिचार्ज हेतु स्वयं और आस पड़ोस के लोगों को आगे आना ही होगा. कृषि क्षेत्र में सिंचाई हेतु विवेकपूर्ण तकनीकों के अभाव व फसलों के चयन की परम्परागत सोच ने भूजल संसाधनों पर संकट जैसी स्थिति उत्पन्न कर दी है. जिसके परिणाम स्वरूप प्रदेश के अधिकांश भागों में भूजल स्तर में व्यापक गिरावट दर्ज हुई है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भूजल संरक्षण, वर्षा जल संचयन व रिचार्ज तकनीकी डिजाइन व विधियाँ भूगर्भ जल विभाग में उपलब्ध है.
                                                           भू-जल रिचार्ज में अपनी सहभागिता निभाएं ग्रामीण:  बैठक के दौरान अधिकारियों से कहा कि जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में परम्परागत जल स्रोत के रूप में तालाब, पोखरा आदि वर्षा जल संग्रहण एवं भूजल रिचार्ज के सशक्त माध्यम रहे हैं वे तालाब लगातार सिल्ट जमा होने से उथले होते गये और उनका अतिक्रमण करके बड़ी संख्या में तालाबों को पाट दिया जाता है.                                                                   उन तालाबों का जीर्णोद्धार अथवा निर्माण वर्षा जल संचयन हेतु अच्छा विकल्प होगा. घरों में बारिश के पानी को सोखता गड्ढा बनाने और उसमें बारिश के पानी को एकत्रित करें.                                                                                                         इस पर सरकार द्वारा कई योजनाओं के तहत लोगों को जागरूक करने की प्रयास कर रही है. अधिकारियों से कहा  की जनपद में नहरों का जाल बिछा हुआ है. गांव में सभी को जागरूक कर भू-जल रिचार्ज में अपनी सहभागिता करनी होगी.
                                                         उन्होंने कहा ग्रामीण क्षेत्रों में खेत का पानी खेत में रहे एवं वर्षा काल में वर्षा का पानी बह जाने से रोक कर खेतों के माध्यम से भूजल का संर्वधन कर सकें. इसके लिए खेतों की मेड़बन्दी सरल विकल्प है.                                                                     ग्रामीण क्षेत्रों में सूखे एवं बन्द पड़े कुँओं व पुराना हैंडपंपों को साफ करके वर्षा जल संचयन व रिचार्ज हेतु प्राप्त वर्षा जल को रिचार्ज कराया जा सकता हैं.
                                                       कोरोना से सावधानी ही बचाव है: श्री श्रीवास्तव ने बताया कि जनपद में लगातार कोरोना के मरीजों में बढ़ोतरी हो रही है गांव के लोगों को भूजल रिचार्ज करने के बारे में लोगों को जागरूक करने के साथ कोरोना महामारी के बचाव हेतु अवश्य अपने दिनचर्या में शामिल करने पर जोर दिया.                                                                 कहा कि फेस कवर/मास्क का प्रयोग करें, सार्वजनिक स्थानों पर एक दूसरे से यथासंभव 6 फीट की दूरी रखें, खाँसते, छींकते समय टिशू पेपर/रुमाल से मुंह और नाक को ढके. टिश्यू पेपर को डस्टबिन में ही डालें, सार्वजनिक स्थानों पर थूकना पूर्णतया प्रतिबंधित है.                                                                                       आरोग्य सेतु तथा आयुष कवच कोविड ऐप को डाउनलोड करें. अपने घर के लोगों को सुरक्षित रखने की अपील की,साथ ही कहा जनपद में जो कोरोना केस पॉजिटिव आ रहे है, उनका समुचित इलाज किया जा रहा है.
                                                
अधिकारियों को गुनगुना पानी पीने के निर्देश: बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देशित कर कहा आप सभी दिन में कई बार गुनगुना पानी पीये और अपने घर के लोगों में प्रयोग करने को बोलें. इसके अलावा गिलोय का काढ़ा बनाकर पीने से कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति जल्द निगेटिव हो जायेगा.
                                                           बैठक के दौरान जिला विकास अधिकारी पदम कांत शुक्ल, जिला विद्यालय निरीक्षक विनोद राय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेन्द्र प्रताप सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी आरके यादव, सहित संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे. रिपोर्ट:भूपेंद्र कुमार