यूपी का मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे पुलिस मुठभेड़ में मारा गया

यूपी का मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे पुलिस मुठभेड़ में मारा गया

         
फोटो: इसी गाड़ी में सवार था विकास दुबे
                                                                      ◆ अखिलेश यादव ने कहा - दरअसल कार नहीं पलटी, राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई                                                                                                कानपुर: आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी मोस्टवांटेड कुख्यात अपराधी विकास दुबे पुलिस एनकाउंटर में मारा जा चुका है. उज्जैन से उसे आज सुबह ही कानपुर लेकर आई थी. कानपुर पहुँचने के पहले ही बारिश की वजह से पुलिस की गाड़ी रास्ते में पलट गई. इसी दौरान विकास दुबे ने पुलिस के एक घायल जवान से हथियार छीनकर भागने की कोशिश की. इसके बाद दोनों ओर से  मुठभेड़ शुरू हो जाती है. जिससे विकास दुबे गंभीर रूप से घायल हो गया. अस्पताल पहुंचने के पहले ही उसने दम तोड़ दिया.                     इधर, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि दरअसल ये कार नहीं पलटी है. राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई है.                                             आज के मुठभेड़ की कहानी यह है कि सुबह 6:40 पर एसटीएफ ने पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि 10 से 15 मिनट तक दोनों तरफ से फायरिंग होती रही. पुलिस का कहना है कि विकास दुबे एसटीएफ के एक जवान से पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की थी. पुलिस का यह भी कहना है कि हमने उसे सरेंडर करने का मौका दिया, फिर भी विकास दुबे लगातार फायर करता रहा.              पहले उसकी तरफ से फायरिंग शुरू हुई तब पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग शुरू किया था.  विकास के सिर,सीने व पैर में गोली लगी है. इस मुठभेड़ में 4 पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं. आज विकास दुबे को लेकर भारी फोर्स के साथ एसटीएफ आ रही थी, फिर भी गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे ने एक जवान का पिस्टल छीन कर भागा और मुठभेड़ में की मारा गया.                             आज सुबह 6:30 बजे मुठभेड़  हुआ, जिसमें मारा गया. कानपुर के भाऊती इलाके में मुठभेड़ में विकास दुबे मारा गया है.  इसके पूर्व उसके 5 साथी गुर्गों को पुलिस ने मार गिराया था और आज पुलिस ने विकास दुबे को भी मार गिराया.                                        कहा जा रहा है कि विकास दुबे के मारे जाने के बाद सफेदपोश नेताओं व भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों के कारनामे दफन हो गए.