![]() |
pnp फोटो: उपवास व्रत पर आप नेता |
आप नेता ने कहा कि- बिहार में जदयू-भाजपा हर मोर्चे पर फेल है, यहां डबल इंजन की सरकार चाहती है कि आगामी विधानसभा चुनाव कोरोना काल में ही सम्पन हो, ताकि कोरोना संक्रमण से डरे सहमे बिहार की जनता वोट डालने अपने घरों से नहीं निकले. ताकि मतदान कम से कम हो और जिसका सीधा फायदा बिहार की मौजूदा सरकार को मिले.
डॉ दिनेश सिंह ने आगे कहा कि- बिहार में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है. जिसे रोकने में बिहार का स्वास्थ्य महकमा फेल हो चुका है. कोरोना संक्रमितों की जांच करने की रफ्तार भी बहुत धीमी है. सरकार अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते दिख रही है और कोविड-19 से जुड़े निर्णय लेने की जिम्मेदारी जिला पदाधिकारी के ऊपर छोड़ दिया गया है. जिस कारण भभुआ पटना समेत कई जिलों में लॉकडाउन लगा दिया गया है. बिहार की जनता कोरोना से लड़ रही है. वहीं, बिहार की सरकार कोरोना से लड़ने की जगह चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटी है.
डॉ सिंह ने कहा कि कोरोना के बढ़ते प्रकोप से बचने के लिए लॉकडाउन की वापसी हो सकती है तो बिहार विधानसभा चुनाव कुछ महीनों के लिए स्थगित क्यों नहीं हो सकता है? उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी सहित बिहार के अन्य राजनीतिक दलों ने विधानसभा चुनाव को स्थगित करने की मांग चुनाव आयोग से किया है.
आप पार्टी के नेता ने कहा कि आम आदमी पार्टी को बिहार के आम आवाम की चिंता है, वहीं भाजपा-जदयू के नेता महामारी के इस दौर में भी राजनीति करने को अमादा हैं इस संकट की घड़ी में आगामी विधानसभा चुनाव समय से होता है तो निश्चित रूप से कोरोना जैसी महामारी भयंकर भयंकर रूख अख्तियार करेगी. रिपोर्ट- राकेश कुमार