● आरोप जेई एक्सईएन व ठेकेदार की मिलीभगत से नहीं जुड़ पा रही बिजली
● एसडीओ ने दिया आश्वासन 15 दिन में नई लाइट से इन गांवों को जोड़ दिया जाएगा
चंदौली(सैयदराजा): किसान उस समय लामबंद हो गए, जब जलालपुर फीडर से जुड़े धरौली, हलुआ, नरहन ,कोनिया ,किल्ला घनापुर जो कागजी कार्यवाही में ही सिर्फ जलालपुर फिडर से जुड़ा है. यहां फीडर की क्षमता भी इन गांव को जुड़ने के लिए बढ़ाई गई है लेकिन बिजली विभाग के जेईई, एक्सईएन व ठेकेदार की मिलीभगत से अभी तक इन गांव में बिजली नहीं पहुंचाई गई.
गौरतलब हो कि गुरुवार दोपहर को लाइट जोड़ने के लिए पोल गिराए गए जिसमें कुछ अराजकतत्वों द्वारा बिजली के गिरे पोल को तोड़ दिया गया ताकि इन गांवों में बिजली न पहुंच सके इस तरह से बिजली विभाग की बहुत बड़ी लापरवाही सामने आई तथा देखना है कि इन अराजक तत्वों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होती है या नहीं. एक साल से मिल रहे जेईई के आश्वासन के बाद भी बिजली नहीं जुड़ पाई. एक बार जब जुड़ने की पारी आई तो पोल को तोड़ दिया गया. आश्चर्यजनक यह है कि कौन तोड़ा और कौन चाहता है कि इन गांव की बिजली ना जुड़े? अभी यह जांच का विषय है. इसमें बिजली विभाग के कुछ दलाल तथा विभाग के कर्मचारी की मिलीभगत सामने आ रही है.
जिसे देखकर गुरुवार की शाम ग्रामीण जलालपुर फीडर पर पहुंचकर नारेबाजी करने लगे तथा अड़ गए कि जब तक कोई विभागीय अधिकारी नहीं आता है तब तक हम लोग यही बैठेंगे. मौके पर सैयदराजा कोतवाल लक्ष्मण पर्वत धरौली चौकी इंचार्ज भी अपने दल बल के साथ पहुंच गए. तब रात्रि में एसडीओ ने पहुंचकर आश्वासन दिया कि 15 दिन का अल्टीमेटम दिया कि नई लाइन का कार्य करा कर इस गांव तक बिजली पहुंचा देंगे. तब ग्रामीण जाकर किसी तरह शांत हुए. अब देखना है बिजली विभाग के एसडीओ कितने एक्टिव हैं, जो इन गांव तक बिजली पहुंचाने का आश्वासन इन ग्रामीणों को दिए है.
ग्रामीणों को तकरीबन एक साल से मिल रहा है आश्वासन: जेई व एक्सईएन द्वारा ग्रामीणों को एक साल से आश्वासन मिलता रहा है. जब तक बिजली नहीं जुड़ जाएगी 15 दिन बाद मुख्यालय का घेराव करेंगे तथा इन विभागीय अधिकारियों के खिलाफ आवाज उठाएंगे. इनमें जितने भी लोगों की संलिप्तता है, उन पर करवाई की मांग करेंगे.
किसानों का आरोप बिजली विभाग में दलालों का खेल! बिजली विभाग भी क्या दलालों के सहारे चलता है, यह सवालिया निशान उठना स्वाभाविक है. बिजली विभाग का जर्जर तार, टूटे हुए पोल, समय से बिजली ना आना, लो वोल्टेज से जूझना केवल बार बार आश्वासन मिलना. गौरतलब है कि ऊपर से 18 घंटे बिजली मिलती है. किसानों और ग्रामीणों को महज 5 से 6 घंटे बिजली देने में बिजली विभाग नाकाम है. तथा बिजली विभाग में दलालों का बोलबाला बढ़ता ही जा रहा है.
सुबह होते ही शुरू हो जाती है दलालों की धमाचौकड़ी: चाहे वह जिले के ट्रांसफार्मर बदलने का काम हो, चाहे जर्जर तार बदलने का काम हो अथवा चाहे बिजली बिल जमा करने का कार्य हो, दलालों के ही मिलीभगत से मोटी रकम और कमीशन कर्मचारियों को मुनाफा पहुंचाती है. जिससे दलाल और कर्मचारी की मिलीभगत सामने देखने को मिलता है
बिजली विभाग की लापरवाही हमेशा सामने देखने को मिलती है जो 11000 के लटकते हुए तार टूटे हुए पोल जेई एक्सियन की उदासीनता के चलते हमेशा खतरा बना रहता है, जो पूर्व में धरौली ग्राम पंचायत के दो लोग दुर्घटना होने से बच गए. आज तक विभागीय अधिकारी ना तो इसकी सुध ली. ना तो तार को ऊपर किया गया ना पोल ही मरम्मत किया जा रहा है. आखिर विभागीय अधिकारी किस दिन का इंतजार कर रहे हैं. बार-बार शिकायत करने पर कहते हैं ठीक हो जाएगा. सवाल यह है कि क्या सरकार तनख्वाह किस कार्य के लिए देती है. जब की जेई से शिकायत की गई, लेकिन अभी तक मरम्मत नहीं हुआ किसान धरना प्रदर्शन या लामबंद होना इन अधिकारियों के वजह से ही मजबूर होते हैं.
किसान बिजली उपभोक्ताओं की गुहार मुख्यमंत्री तक: बिजली विभाग की इस नाकामी को किसान अपनी बात को लेकर अधिक परेशान हैं तथा हर कोशिश संभव बिजली विभाग की इस बड़ी लापरवाही को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने के लिए कटिबद्ध हो गए हैं. उपभोक्ताओं का कहना है इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे भले ही हमें ऊपर तक क्यों ना जाना पड़े.
इस मौके पर मौजूद किसान, संदीप सिंह, योगेश कुमार सिंह, अजय कुमार सिंह, बिट्टू सिंह, संजय उपाध्याय आदि ग्रामीण उपस्थित रहे. रिपोर्ट: भूपेंद्र कुमार