दुर्गावती (कैमूर): दुर्गावती थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम जमुरनी के ग्रामीणों ने बताया कि स्थानीय प्रतिनिधि मुखिया एवं बीडीसी सदस्य के द्वारा मुख्य मार्ग पर जल निकासी के लिए नाला खुदाई कर दिया गया है. उसके ऊपर ढक्कन नहीं डालने के कारण प्रतिदिन बच्चे-महिलाएं गिरकर चोटिल हो जा रहे हैं, जिससे ग्रामीणों को रास्ता चलना मुश्किल हो गया है. इस गांव में बरसात के दिनों में मुख्य मार्ग पर ही जलजमाव का समस्या उत्पन्न हो जा रहा था. जिसको लेकर ग्रामीणों ने स्थानीय प्रतिनिधि से नाला खुदाई कराकर जल जमाव निकासी कराया. लेकिन सात निश्चय योजना के तहत लगाया गया और पानी टंकी का सप्लाई पाइप उसी गंदा नाला में ही डाल दिया गया. जिसका विरोध स्थानीय ग्रामीणों ने किया तो मुखिया बोले की उक्त नाला में लगाया गया पाइप को निकालकर रास्ता के किनारे लगाया जाएगा, लेकिन आज तक उस नाले में से पीने वाला सप्लाई पाइप नहीं निकाला गया. साथ ही खुदाई किए गए गड्ढे के ऊपर ढक्कन नहीं लगाया गया.जिसको लेकर प्रतिदिन महिलाएं ही नहीं पशु मवेशी भी गिरकर चोटिल हो जा रहे हैं तीन पहिया वाहन ऑटो रिक्शा भी उस रास्ते से गुजरने लायक नहीं है. गांव में अगर किसी व्यक्ति का तबीयत खराब हो जाए तो इलाज कराने के लिए चारपाई पर टांग कर ले जाना पड़ता है. जमुरनी गांव की स्थानीय प्रतिनिधियों के रवैया से ग्रामीणों में काफी आक्रोश व्याप्त है.
अगर खुले नाला पर ढक्कन नहीं लगाया गया तो बाध्य एवं विवश होकर स्थानीय ग्रामीण जनता जन आंदोलन करने की चेतावनी दी है. क्या कहते हैं जमुरनी के मुखिया : सौरभ पासवान से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि इस गांव में बीडीसी के द्वारा नाला खुदाई करके छोड़ा गया है. आप बीडीसी सदस्य से बात कर लीजिए. उन्होंने सारा दोष बीडीसी को दिया.
क्या कहते हैं बी डी सी पंचायत सदस्य: नागेंद्र गुप्ता से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि पैसा के अभाव में उक्त नाला के ऊपर ढक्कन नहीं पढ़ पा रहा है और बहुत कम पैसे की परियोजना से नाला का निर्माण किया गया है. कोई भी व्यक्ति अपने घर के पैसा से नहीं काम कराएगा. रिपोर्ट: sanjay malhotra