Bihar में विकास का सच: आजादी के 73 साल बाद भी सड़क विहीन है कल्याणपुर दलित बस्ती

Bihar में विकास का सच: आजादी के 73 साल बाद भी सड़क विहीन है कल्याणपुर दलित बस्ती

●Bihar News In Hindi 


"सत्ता सुख भोगने वाले नेताओं ने गांवों का कितना विकास किया है. इसका सच जानना है तो दुर्गावती प्रखंड के कल्याणपुर गांव की दलित बस्ती की हालत देखकर आप हैरान हो जाएंगे"


●Purvanchal News Print 


दुर्गावती / कैमूर: आजादी के 73 साल बाद भी दुर्गावती प्रखंड अंतर्गत कल्याणपुर गांव के दलित बस्ती में जाने के लिए सड़क तक नहीं है. 


ग्रामीणों को खेत के मेढ़ से होकर जाना पड़ता है. जिससे काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है  


क्या कहते हैं ग्रामीण: यहां के सुदर्शन राम संतोष कुमार राम सरवन कुमार जमुना राम कैलाश राम , राम टहल राम जितेंद्र राम दिनेश राम बिग्गु राम चौधरी राम प्रभु राम रमेश राम मुन्ना राम सुदामा राम मुरारी राम हीराराम विजय राम आदि का कहना है कि कल्याणपुर के ख़ास दलित बस्ती में सड़क नहीं होने के कारण बेटा बेटी का शादी ब्याह दूसरे गांव के लोग नहीं करना चाहते हैं. 


खेत के मेढ़ से होकर गुजरना ग्रामीणों को लोहे का चना चबाना जैसा लगता है. मुश्किल तो तब बढ़ जाती है जब उक्त गांव में किसी महिला या बुजुर्ग व्यक्ति की तबीयत खराब हो जाती है. 


दलित बस्ती का रास्ता नहीं होने के कारण किसी भी बीमार व्यक्ति को चारपाई पर टांग कर अस्पताल पहुंचाया जाता है. और कितने मरीज तो दम तोड़ देते हैं.  


बरसात के इन दिनों में उक्त गांव के ग्रामीण जूता चप्पल हाथ में लेकर पैदल के रास्ते खेत के मेड़ पर संभल कर चलते हैं.


 जरा सा भी पैर फिसला तो गिर कर चोटिल हो जाते हैं और सब कपड़ा बर्बाद हो जाता है. खासकर छात्र-छात्राओं एवं बुजुर्ग महिलाओं को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. 


ग्रामीणों ने यह भी बताया कि सड़क बनाने के लिए मंत्री से लेकर विधायक एवं मुखिया प्रतिनिधियों से कई बार सड़क के लिए गुहार लगाई गई थी. 


लेकिन आजादी के 73 साल से आज तकजन प्रतिनिधि सिर्फ आश्वासन देते चले आ रहे हैं. फिर अब तक सड़क नहीं बन पाया है. 


क्षेत्र में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ते जा रही है, वहीं आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया कि रोड नहीं तो वोट नहीं इस नारे से ग्रामीण अपनी आवाज को बुलंद करेंगे. 


और आश्वासन देने वाले प्रतिनिधियों को चुनाव में करारा जवाब देते हुए जूता चप्पल का माला बनाकर पहना दिया जाएगा. 


इस वर्तमान अंधी बहरी सरकार से मांग करते हैं कि अविलंब सड़क का निर्माण कराया जाए. 


सड़क नहीं बनी तो लॉकडाउन समाप्त होते ही जन आंदोलन करने को बाध्य एवं विवश होंगे.


रिपोर्ट: संजय मल्होत्रा