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चन्दौली: छत्तीसगढ़ व सकलडीहा कोतवाली पुलिस के संयुक्त अभियान में रविवार को सुबह सकलडीहा कस्बा के तेन्दुईपुर गांव के समीप एक डीजे संचालक के यहां से अपहृत दो नाबालिग किशोरी को बरामद किया है.
"इस मामले में एक युवक को पूछताथ के लिये छत्तीसगढ़ की पुलिस अपने साथ ले गयी है. जो इस धंधे में लिप्त लोगों का सरगना बताया गया है. पुलिस के छापेमारी की खबर लगते डीजे और आर्केस्ट्रा संचालकों में खलबली मच गया."
खबरों के मुताबिक छत्तीसगढ़ के भाठापारा जिले के बलौदा बाजार से बीते 20 अगस्त को दो नाबालिंग किशोरी की अपहरण होने की सूचना पिता द्वारा थाने में दर्ज कराया गया था.
मोबाइल लोकेशन और मुखबीर की सूचना से अपहृत दोनों किशोरी तेन्दुई गांव के समीप होने की सूचना मिली थी. छत्तीसगढ़ के डिप्टी एसपी लारेश शाहू के नेतृत्व में कोतवाली पुलिस ने तेन्दुईपुर गांव के समीप डीजे संचालक के यहां छापेमारी किया.
एक डीजे संचालक के यहां से दोनों अपहृत किशोरी को पुलिस ने बरामद किया. इस दौरान डीजे संचालक युवक को भी अपने साथ ले गयी. इस बाबत डिप्टी एसपी लारेश साहू ने बताया कि दो किशोरी के अपहरण की मुकदमा दर्ज किया गया था.
इस क्रम में छापेमारी कर दोनों किशोरी को बरामद कर लिया गया है. छत्तीसगढ़ पुलिस ने सकलडीहा कोतवाल वंदना सिंह सहित यहां के पुलिस कर्मियों के सहयोग की काफी सराहना करती रही.
छापेमारी के दौरान कोतवाल वंदना सिंह, कस्बा प्रभारी भुपेश चन्द्र कुशवाहा, छत्तीसगढ़ एएसआई संजीव सिंह, दिनेश जागढ़े, सुमित्रा रत्नाकर आदि पुलिसकर्मी मौजूद रहे.
फिल्मी हीरोइन बनाने का झांसा देते हैं आरकेस्ट्रा संचालक
यहां के लोगों के अनुसार क्षेत्र में कई डीजे संचालकों द्वारा अवैध रूप से आरकेस्ट्रा का संचालन किया जाता है. जंहा नेपाल, बिहार, छत्तीगढ़, कोलकता सहित कई प्रदेश की कम उम्र की लड़कियों को अभिनेत्री बनाने व मोटी रकम का झांसा देकर नाचने गाने को मजबूर कर देते हैं. यही लड़कियां मजबूरी में देह व्यापार का धंधा के लिप्त हो जाती हैं. ग्रामीणों ने एसपी से अभियान चलाकर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग किया है.
अवैध शराब रखने के आरोप में बंद हुआ था डीजे संचालक
खबर है कि पकड़ा गया डीजे संचालक पूर्व में कोतवाली पुलिस ने अवैध शराब के गोरखधंधा में पकड़कर बंद कर मुकदमा दर्ज किया था. जमानत पर छूटने के बाद लड़कियों को आरकेस्ट्रा में नचाने और गाने के कार्य में अवैध ढ़ग से जुटा हुआ था.
कइयों ने यही बसा ली है अपनी घर- गृहस्थी
जानकारों की मानें तो आर्केस्ट्रा में नाचने वाली कई लड़कियों ने मजबूरी में अपन जीवन साथी चुनकर यहीं घर भी बसा ली हैं. कुंवारी कन्याएं एक बार आने के बाद फिर छत्तीसगढ़ की ओर लौट कर देखी भी नहीं, क्यूंकि यह सब गरीबी के कारण होता रहा है.