हाथरस घटना: डीएम की जबरदस्ती व इंकार, फिर पुलिस का अमानवीय चेहरा, यहां सब कुछ हुआ

हाथरस घटना: डीएम की जबरदस्ती व इंकार, फिर पुलिस का अमानवीय चेहरा, यहां सब कुछ हुआ

Hathras News In Hindi

पीड़िता के पिता का आरोप, बेटी की अंतिम इच्छा पूरी नहीं करने दी प्रशासन ने, जबरन जला दिए शव, भाई भी दुःखी है।

पुलिस का अमानवीय चेहरा

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Edited By- harvansh Patel/अन्य Agency

हाथरस/लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हाथरस में दरिंदगी की शिकार पीड़िता की मौत के बाद डीएम ने खुद कई मामलों में दोषी होने की सफाई दी। वहीं पुलिस के अमानवीय चेहरा सामने आने के बाद इसने भी वही राग अलापा।

 हाथरस कांड में बुधवार को भोर में परिजनों की गैर मौजूदगी में पीड़िता का शव जल दिया गया। पिता का आरोप है कि जिला प्रशासन ने बेटी के अंतिम इच्छा पूरी नहीं होने दी। जिला प्रशासन ने पुलिस पहरे के बीच तड़के करीब 3:15 बजे उसकी लाश का अंतिम संस्कार कर दिया गया। जबकि पीड़ित के परिजन व ग्रामीण विरोध करते रहे।

आलम यह है कि पीड़ित के अंतिम संस्कार के समय उसके परिजन भी उपस्थित नहीं थे।  पिता का आरोप है कि हाथरस प्रशासन में पुत्री के अंतिम को पूरी नहीं होने दिया। वहीं उसके भाई का कहना है कि क्या वजह थी कि पुलिस ने इतनी जल्दी में बहन के शव को जला दिया ?

घटना से व्यथित प्रधानमंत्री

पीएम मोदी ने कहा, हाथरस के हैवानों को मिलेगी कड़ी सजा

उत्तर प्रदेश के हाथरस में दरिंदगी की शिकार दलित लड़की की मौत के बाद मचे सियासी बवाल के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे काफी गंभीरता से लिया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से बातचीत की और हाथरस घटना पर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।  

उन्होंने ट्वीट किया कि "हाथरस में बालिका के साथ घटित घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। इसके दोषी कतई नहीं बचेंगे। प्रकरण की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया है। यह जांच दल आगामी एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देगा।

 त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए इस प्रकरण का मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा। विशेष जांच दल का नेतृत्व गृह सचिव भगवान स्वरूप करेंगे जबकि दो अन्य सदस्यों में पुलिस उपमहानिरीक्षक चंद्रप्रकाश और पीएससी आगरा सुश्री पूनम शामिल है।

 एसआईटी सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट देगी। सरकार इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करने के आदेश जारी कर चुके हैं। इसके अलावा पीड़िता के परिजनों को दस लाख मुआवजा दिया गया है।इसमें वांछित सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। 

सफाई देते हाथरस डीएम

डीएम ने आरोपों से किया इंकार, पुलिस भी मुकर गई

हाथरस के डीएम ने 'न्यूज एजेंसी ANI' से बात करते हुए कहा कि ‘परिवार की सहमति के बिना अंतिम संस्कार किए जाने का आरोप गलत है. पिता और भाई ने रात में अंतिम संस्कार करने के लिए अपनी सहमति दी थी। अंतिम संस्कार के समय परिवार के सदस्य भी मौजूद थे। वहीं लाश जलने के दौरान पुलिस अधिकारियों को हंस हंस के आपस में गप्पे मारते हुए देखा गया। यहां पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया। लेकिन पुलिस बाद में इस तरह के अपने रोल से मुकर गई। 

वहीं, पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री से जांच की मांग की और दोषियों को फांसी देने की अपील की। पीड़िता के भाई ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा, ‘हम उत्तर प्रदेश सरकार से कहेंगे कि न्यायिक जांच होनी चाहिए और दोषियों को फांसी होनी चाहिए।' डर की वजह से हम अंदर (घर के) में हैं, प्रशासन भी बहुत दबाव दे रखा है।

पीड़िता के मौत की डॉक्टरों ने वजह बताया

हाथरस में हुए कथित गैंगरेप की पीड़ित लड़की की मौत हो चुकी है. यह घटना हुए 15 दिन हुए हैं। अब पीड़िता की मौत की वजहों को लेकर जेएन मेडिकल कॉलेज (JN Medical College) में ट्रॉमा सेंटर (Trauma Center) के सीएमओ डॉक्टर एहतेशाम डॉक्टरों ने नया खुलासा किया है। इनके मुताबिक पीड़िता की मौत गले और रीढ़ की हड्डी में चोट के कारण हुई है। 

घसीटे जाने और गिरने के चलते पीड़िता के कूल्हे में भी चोट पहुंची थी। रीढ़ की हड्डी में आई चोट के कारण ही उनके नीचे का हिस्सा काम नहीं कर रहा था। गले में चोट के कारण भी वो हिल-ढुल नहीं पा रही थीं। इसी के चलते उनकी मौत हुई है।